रामपुर में नए आईपीएस एसपी सन्तोष कुमार मिश्रा ने आज पहले दिन रामपुर में चार्ज लेने के बाद पैदल मार्च किया करीब 8 किलोमीटर के पैदल मार्च के बाद पुलिस लाइंस पहुचे जहां पर मीडिया के सामने उन्होंने अपनी बात रखी.

आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा ने रिजर्व पुलिस लाइन रामपुर से शाहबाद गेट तक भारी पुलिस बल के साथ लगभग 8 किलोमीटर तक का पैदल मार्च किया. पैदल मार्च के दौरान विभिन्न धार्मिक गुरूओं, व्यापारियों एंव जनता से सोहार्द बनाये रखने के सम्बंध में वार्ता की गई और उनकी समस्याओं को सुना गया, समस्याओं के निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया साथ ही उनको सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया.

निर्दोष लोग गिफ्तार हुए हैं तो उनकी जानकारी ली जाएगी: एसपी रामपुर
पैदल मार्च कर शक्ति प्रदर्शन करते एसपी रामपुर संतोष कुमार मिश्रा

संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि रामपुर में वह ज़्यादातर समय फील्ड में देगे, आफिस में जनता से मिलेंगे लेकिन ऑनलाइन पुलिस कॉर्प एप्प पर शिकायते अपलोड होगी और उनका निस्तारण भी होगा. एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि अपराध में लगे लोगों के लिए सिर्फ एक जगह है वो है जेल. एंटी रोमिया टीम के साथ साथ अधिकारी भी कोचिंग सेंटर पर टीचिंग करने वालों पर नज़र रखेंगे और कार्यवाही करेंगे. एसपी ने अपनी कांफ्रेंस में दूसरे अधिकारियों की तरह बेहतर कानून व्यवस्था को अपनी प्राथमिकता बताया.

निर्दोष लोग गिफ्तार हुए हैं तो उनकी जानकारी ली जाएगी: एसपी रामपुर

रामपुर हिंसा मे पुलिस की कार्यवाहियों में फसे लोगो की सही से जांच एंव निर्दोष लोगों की रिहाई की मांग का मुद्दा स्थानीय उलेमा और नेताओ ने लगातार उठाया था इस पर आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि एसपी एंव एसआईटी के तथ्यों की जांच करके उचित फैसला लिया जाएगा. एसपी रामपुर ने बताया कि सभी थानों का लगातार निरीक्षण होगा.

याद रहे, 21 दिसम्बर को CAA के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज करने पर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और पब्लिक प्रोपर्टी का काफी नुकसान हुआ और एक युवक कि मौत भी हुई. जिस मौत को पुलिस ने जनता की गोली का करण बताया. बाद में एक तरफ से सेकड़ो लोगों पर FIR दर्ज की और बहुत से लोगों को गिफ्तार किया जिनमें से कुछ अपने घरों को काम करके लौट रहे थे और वह प्रदर्शन में शामिल तक नहीं थे.

पुलिस ने सीएम योगी के एक आदेश पर धड़ा-धड़ गिरफ्तारियां कीं जिससे सीएम को खुश किया जा सके और CAA के विरोध में प्रदर्शन को किसी भी तरह दबाया जा सके. इसके बाद बहुत से सामजिक एंव राजनेतिक दलों ने निर्दोष लोगों को रिहा करने की मांग की.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here