अडवाणी,मुरली मनोहर जोशी भी आंदोलन जीवी,देश आज़ाद कराने वाले गाँधी और पटेल भी थे आंदोलन जीवी:राकेश टिकैत

टोल प्लाज़ा पर चल रहे धरने में शामिल होकर बढ़ाया किसानों का हौंसला।

ग्रन्थी बाबा गुरदीप सिंह के अंतिम अरदास में शामिल होकर टेका गुरुद्वारे में माथा।

रामपुर(मुजाहिद खाँ):भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को रामपुर पहुँचे।और बिलासपुर के खुबिया नगला गांव में ग्रन्थी स्वर्गीय बाबा गुरदीप सिंह के दसवें में शामिल हुए और भोट में टोल प्लाज़ा पर किसानों के धरने में शामिल हुए।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अचानक रामपुर पहुँचे और जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के साथ पहले तहसील बिलासपुर के ग्राम खुबिया नगला स्थिति गुरुद्वारे पहुँचे और माथा टेका।गुरुद्वारे के बाबा गुरुदीप सिंह के अंतिम अरदास में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद राकेश टिकैत भोट स्थित नैनीताल हाइवे पर पड़ने वाले कोयला टोल प्लाज़ा पर पहुँचे जहाँ किसान विरोधी बिल को लेकर किसान वहाँ पिछले 06 दिनों से धरना दे रहे हैं।राकेश टिकैत ने भोट टोल प्लाज़ा पर किसानों के साथ आधे घण्टे से ज़्यादा समय तक धरना दिया और किसानों का हौंसला बढ़ाया।किसानो के मामले पर राकेश टिकैत बोले एक फसल का आंदोलन हुआ है अभी 2024 जून जुलाई तक सरकार मान जाएगी।03 साल लगेंगे सरकार को मानने में।आंदोलन के लिए पक्के झोपड़े बनाएंगे बरसात आ रही है जिसकी वजह से नुकसान होता है।
किसानों को आंदोलन जीवी कहे जाने पर राकेश टिकैत ने कहा कि महात्मा गांधी भी आंदोलन जीवी थे,लालकृष्ण आडवाणी,मुरली मनोहर जोशी भी आंदोलन जीवी थे सरदार वल्लभ भाई पटेल भी आंदोलन जीवी थे जिन्होंने देश को आज़ाद कराया।
वहीं जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की हार पर कहा कि भाजपा पर किसान आंदोलन का बहुत असर पड़ा है।कहा लेकिन अध्यक्ष बीजेपी के ही बनेंगे।प्रत्याशी भले ही दूसरी पार्टी के जीते हैं लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष बीजेपी के ही बनेंगे।और यह हाल आस पड़ोस के जिलों में भी होगा।पुलिस और प्रशासन षड्यंत्र रच रहा है।
इसके बाद जिलाध्यक्ष हसीब के साथ टिकैत भाकियू कार्यालय पहुँचे जहाँ उन्होंने सांसद मोहम्मद आज़म खान और उनके परिवार वालों का हाल चाल जाना।टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस कराने के लिए मूवमेंट को और आगे बढ़ाया जाएगा।आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसान संयुक्त मोर्चा जनता के बीच जाएगा।गांव और कस्बों में मीटिंग की जाएंगी।कहा कि सरकार चीनी मिलों से किसानों का बकाया भुगतान नहीं दिलवा पा रही है।सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों के बजाए बिचौलियों का गेहूं खरीदा जा रहा है।तीनों कृषि कानून किसान हित में नहीं है।कानून का सहारा लेकर उद्योगपति अनाज का भंडारण कर लेंगे।बाद में वही अनाज जनता को कई गुना महंगे दामों पर बेचा जाएगा।राकेश टिकैत के भाकियू कार्यालय आने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन में खलबली मच गई और सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से कई अधिकारी पुलिस भी यूनियन कार्यालय पर पहुँच गई।

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