अस्थमा,सांस लेने में परेशानी वाले लोग आतिश बाज़ी और पटाखों से बचें,ऑक्सीजन फ्लो कम हो जाता है:डॉ राशिद,एम डी,चेस्ट स्पेशलिस्ट
रामपुर(मुजाहिद खान):दीपावली के पावन पर्व पर साफ सफाई से लेकर पूजा पाठ और नये बर्तनों की खरीदारी से लेकर अन्य कार्य किए जाते हैं और इसे सबसे बड़े त्यौहार के तौर पर मनाया जाता है।लेकिन एक तरफ जहां दिवाली के पावन पर्व पर सभी कार्य धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से पवित्र हैं वहीं दीपावली पर पटाखों और आतिशबाजी कर खुशियां मनाने की परम्परा भी चली आ रही है,जिसमें घरों और संस्थानों में दिये जलाकर रोशनी करते हैं और पूजा पाठ होता है साथ ही आतिश बाज़ी और पटाखों को फोड़कर खुशियां मनाई जाती हैं लेकिन दूसरी तरफ ज्यादा आतिश बाज़ी और पटाखे फोड़कर वातावरण में प्रदूषण भी फैलता है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत आती है जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मानक तय कर गाइड लाइन भी जारी की हुई है और उसके लिए लोगो को जागरूक भी किया जाता है।वहीं दिवाली के पर्व पर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के खिलाफ बनाई गई अवैध आतिशबाजी और पटाखों का इस्तेमाल भी धड़ल्ले से होता है जिस पर लोगों की जान पर बन आती है और प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं।
इसको लेकर वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर राशिद पाश,एमडी ने कहा कि जिन लोगों को सीओपीडी,ब्रांकल्स अस्थमा,सांस लेने में दिक्कत,चेस्ट में टाइट ने,फ्रीजिंग आती हैं उन लोगो को इस सबसे बचना चाहिए और हो सके तो पटाखों से आतिश बाज़ी से दूर चले जाए,इसकी वजह से ऑक्सीजन फ्लो कम हो जाता है और कफ डवल्प हो जाता है इसके असर से यलो कलर का कफ आने लगेगा,लोगों को परेशानी होने लगेगी और ऑक्सीजन लेवल कम होने के साथ फेफड़ों में इंफेक्शन ज्यादा हो जाएगा।डॉक्टर राशिद ने कहा कि इससे बचाव के लिए आम लोगों को भी यही मैसेज है कि सरकार के नियमों को फॉलो करें जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर प्रदूषण फैलने की वजह से पाबंदी लगाई हुई है।दिल्ली,एनसीआर में काफी पॉल्यूशन है इसकी वजह से इन जगहों पर पॉल्यूशन और ज्यादा बढ़ता है इसलिए सभी को गवर्नमेंट की गाइडलाइन को फॉलो करना चाहिए क्योंकि गवर्नमेंट हमारे भले के लिए मानक तय करती है।इसका सबसे ज्यादा असर बचपन में जिनको न्यूमोनिया होती है उन पर ज्यादा होता है।इसलिए जिनको भी सांस की परेशानी,अस्थमा,सीओपीडी या अन्य इस तरह की परेशानी होती है या जो ज्यादा हेल्थी होते है वो इस तरह के पटाखों और आतिश बाज़ी से दूर रहें और बचकर रहें और अपने जीवन को सुरक्षित रखें।