अस्पताल में ख़त्म हुई,जेल से बनी दूरी।दिल्ली आकर आज़म खान से मिले अखिलेश यादव।
लोकसभा उपचुनाव को लेकर भी अहम मानी जा रही मुलाकात।
रामपुर(मुजाहिद ख़ान):सपा के वरिष्ठ और कद्दावर नेता समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य मोहम्मद आज़म खां की अखिलेश यादव से जेल से बनी दूरी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में हुई मुलाकात के बाद खत्म होती दिख रही है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती आज़म ख़ान से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।आज़म ख़ान और अखिलेश यादव की काफी देर बातचीत हुई।आज़म ख़ान इलाज और चेकअप के लिए पिछले पांच दिनों से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं।वहीं दो दिन पहले ही जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष,पूर्व मुख्यमंत्री,पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने भी आज़म खान से सर गंगाराम अस्पताल में मुलाकात की थी।
आज़म ख़ान और अखिलेश यादव के बीच जो दूरी सीतापुर,रामपुर से लेकर लखनऊ तक कायम रही वह दिल्ली में अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद खत्म होती दिख रही है।यह मुलाकात ऐसे समय में और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जब आजम खां के गढ़ में लोकसभा के उपचुनाव का बिगुल बज चुका है।आज़म ख़ान ने सीतापुर जेल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि सवा दो साल बाद सीतापुर से जेल से रिहा हुए आजम खान अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे थे।जिसका दर्द एक दिन पहले भी एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में छलका था।आजम खान ने कहा था कि मैं इस लायक कहां हूं,मेरी हैसियत कहां है जो किसी से शिकवा करूं और शिकायत करू।मैं एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं।जबकि यह नाराजगी आजम खां के सीतापुर जेल में बंद रहने के दौरान भी कई बार सामने आई और आजम खां के समर्थकों ने अखिलेश पर आरोप लगाया था कि बुरे वक्त में भी उन्होंने साथ नहीं निभाया और आजम खां के लिए आवाज नहीं उठाई।
आजम खान को पिछले महीने जमानत मिली तो उन्होंने खुलकर भले ही कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों में अखिलेश से मुलायम तक पर निशाना साधते रहे।और आजम खान और अखिलेश यादव की दूरी और अटकलों को उस वक्त और बल मिला जब विधानसभा सदस्य की शपथ लेने गए आजम खां की लखनऊ में मौजूदगी के बाद भी दोनों नेता के बीच मुलाकात नहीं हुई।
जबकि माना जा रहा है कि दोनों नेताओं को साथ लाने में सुप्रीम कोर्ट के वकील और कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल ने भी अहम भूमिका निभाई है।ज्ञात रहे आज़म ख़ान की जेल से रिहाई सुनिश्चित कराने वाले कपिल सिब्बल ने ही आजम खान का पक्ष रखते हुए उनकी दलीलों को सुप्रीम कोर्ट में जोरदार तरीके से रखते हुए उन्हें जमानत दिलाने में अहम रोल अदा किया है जिसका जिक्र आज़म ख़ान ने मीडिया को दिए अपने बयानों में भी किया है।इसके बाद आजम खान अखिलेश यादव की हामी पर ही समाजवादी पार्टी के समर्थन से कपिल सिब्बल को निर्दलीय राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ हुआ है सूत्रों का कहना है कि कपिल सिब्बल ने आजम खां और अखिलेश यादव से बात करके दोनों नेताओं के बीच बने मतभेद को काफी हद तक कम किया है इसके बाद ही दोनों नेता मिलने पर सहमत हुए साथ ही इस मुलाकात को रामपुर लोक सभा उपचुनाव को लेकर भी अहम माना जा रहा है।तो इस तरह जेल से बाहर आने के बाद आज़म ख़ान से अखिलेश यादव की यह पहली मुलाकात थी जो कई मायनों में काफी अहम मानी जा रही है।
सर गंगाराम अस्पताल में मुलाकात के दौरान आज़म खान के छोटे बेटे विधायक अब्दुल्लाह आज़म,बड़े बेटे अदीब आज़म और कुछ समर्थक भी मौजूद रहे।।