आज़म ख़ान ने बेटे अब्दुल्लाह आज़म के साथ ली विधायक पद की शपथ।
रविवार रात 12 बजे कार से लखनऊ के लिए हुए थे रवाना।
रामपुर से लखनऊ रवाना होने से पहले अपने माता पिता की कब्र पर पढ़ी फातेहा।
रामपुर(मुजाहिद ख़ान):समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म ख़ान शुक्रवार को लगभग 27 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद से लगातार सक्रिय हैं और मीडिया में भी सुर्खियों में हैं।हालांकि अभी तबीयत ठीक न होने पर भी उनके आवास पर मिलने आने वालों का देर रात तक तातां लगा हुआ है।आज़म खान से मिलने वालों में सांसद,विधायको,अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं,उलेमाओं,समाजिक संगठनों और समर्थक भी शामिल हैं।
वहीं रविवार देर रात सोमवार को विधायक पद की शपथ लेने के लिए आज़म खान बेटे अब्दुल्लाह आज़म के साथ कार से लखनऊ के लिए रवाना हुए।इस दौरान भी आवास के बाहर समर्थकों और मीडिया का जमावड़ा लगा था।मीडिया के आज़म खान से कहां जाने का पूछने पर आज़म खान ने कहा कि बता नहीं सकते क्योंकि जब जेल में इंस्पेक्टर कह सकता है आप पर बहुत मुकदमे है आप भूमिगत हो जाएं तो आपका इनकाउंटर हो जाए तो जब इतने खतरे हैं तो कुछ भी हो सकता है।इसलिए सफर में जाने से पहले यह कहना कि मेरा सफर कहां का है।अच्छा नहीं हैं कि बताएं कहा जा रहे हैं।
इसके साथ ही लखनऊ रवाना होने से पहले मोहम्मद आज़म ख़ान ने मुमताज पार्क के सामने कब्रिस्तान पर अपने वालिद और वालिदा की कब्र पा फातेहा पढ़ी और उसके बाद अब्दुल्लाह आज़म के साथ कार से लखनऊ के लिए रवाना हुए।
सोमवार को आज़म ख़ान बेटे अब्दुल्लाह आज़म के साथ विधायक पद की शपथ लेने के लिए यूपी विधानसभा पहुंचे जहां विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें शपथ दिलाई।जबकि 11 बजे शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही में आज़म ख़ान शामिल नहीं हुए बेटे विधायक अब्दुल्लाह आज़म विधानसभा की कार्यवाही में मौजूद रहे।इससे पहले भी लखनऊ में आयोजित सपा विधायक दल की बैठक में भी आज़म ख़ान और अब्दुल्लाह आज़म शामिल नहीं हुए थे।अब आगे आज़म खान का क्या फैसला होगा इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज़ है।