इस बार 15 अगस्त और रक्षाबंधन पर है पतंग बिक्री की उम्मीद:मोहम्मद ज़रीफ,कारखाने दार
पीछे के सालों में लॉकडाउन की वजह से बंद रहा काम।
प्रधानमंत्री मोदी,मुख्यमंत्री योगी और अन्य नेताओ व सेलिब्रिटीज के फोटो लगी पतंगे भी बनती हैं।
इस बार उम्मीद है कि 15 अगस्त और रक्षाबंधन को बनाया हुआ माल बिके।
रामपुर(मुजाहिद ख़ान):जिले में पतंग का काम बड़े पैमाने पर होता है और यहां पर हाथ के कारीगरों द्वारा बनाई हुई डिज़ाइनर पतंगे देश के कई राज्यों में जाती हैं जिसको लेकर हाथ के कारीगर अलग अलग डिज़ाइनर पतंगे भी बनाते हैं।इसके साथ ही राजनीति से जुड़े प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री और सेलिब्रिटीज की फोटो लगाकर भी पतंगे बनाई जाती हैं जो अन्य राज्यों में बहुत पसंद भी की जाती हैं और इसके शौकीन लोग ऑर्डर देकर अलग अलग डिजाइन में पतंगे बनवाते हैं।
रामपुर में बड़े पैमाने पर पतंग का काम होता है और खासकर 15 अगस्त और रक्षाबंधन पर जमकर पतंगबाजी होती है उसके लिए आर्डर देकर पतंगे बनवाई जाती हैं और इसके लिए लोग गली मोहल्लों में छोटे छोटे कारखाने चलाते हैं जहां कारीगर हाथ से ही अलग अलग साइज़ और डिज़ाइन की पतंगे बनाते हैं।जबकि गुजरात और उसके आस पास के राज्यों में आखिर सर्दियों में उतरान के त्योहार के तौर पर मनाया जाता है जिसमें सभी लोग पतंग उड़ाते ज़रूर हैं इसके लिए बड़ी संख्या में ऑर्डर पर पतंगे बनाकर रामपुर से बाहर भेजी जाती हैं।
वहीं इसको लेकर करीमी काईट सेंटर नाम से पतंग के कारखाने दार मोहम्मद ज़रीफ ने बताया कि वो पतंग बनाने का काम बचपन से कर रहे हैं और यह सीजनली काम है।15 अगस्त और रक्षाबंधन पर काम चलता है जबकि पिछले सालों में लॉक डाउन की वजह से काम बंद रहा।अब कुछ उम्मीद है लेकिन काम बहुत ढीला है।ऑर्डर पर गुजरात,पंजाब,मुंबई,दिल्ली वगैरह कई राज्यों में पतंगे जाती हैं और पतंगे बाहर भेजने से ही हमारा काम चलता है और ज्यादातर बाहर का काम ही करते हैं।ऑर्डर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र और मुख्य मंत्री योगी जी पंजाब के नेताओ और सब के ऑर्डर आते हैं तो उनके फोटो लगाकर पतंगे भी बनाते हैं।पंजाब के लोगों ने सिद्धू मुसेवाला और लोगों की पतंगे तैयार करवाई हैं चुनाव के दिनों में चुनाव से संबंधित स्पेशल पतंगे भी बनती हैं और कोई भी कंपनी एडवरर्टाइज कराती है तो वो भी ऑर्डर देकर पतंगे बनवाती है।इसके अलावा पतंगो के अलग अलग साइज़ होते हैं इसका साइज़ 42 इंच से शुरू होता है 34 इंच,36 इंच,31 इंच,27 इंच,26 इंच इस तरह अलग अलग साइज़ होते हैं और यह सारे हाथ के कारीगर ही बनाते हैं।अलग अलग डिजाइन और साइज की।उम्मीद करते हैं इस बार 15 अगस्त और रक्षाबंधन को हमारा माल बिक जाए बाकी तो बहुत मद्दे और बुरे हालात से गुजर रहे हैं।जबकि महंगाई बड़ने से इसको बनाने का सारा मेटीरियल भी बहुत महंगा हो गया है। रामपुर से बाहर भेजी जाती हैं।