दिल्ली: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर शुक्रवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि योगी सरकार में युवा ठगे जा रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कमीशनखेरों के हित साधने में मस्त है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यूपीपीएससी (उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग) के पेपर छापने का ठेका एक डिफाल्टर को दिया गया है. आयोग के कुछ अधिकारियों ने डिफाल्टर के साथ सांठ-गांठ करके पूरी परीक्षा को कमीशन-घूसखोरी की भेंट चढ़ा दिया’. प्रियंका ने दावा किया,‘सरकार की नाक के नीचे युवा ठगा जा रहा है, लेकिन उप्र सरकार डिफाल्टर और कमीशनखोरों का हित देखने में मस्त है’।
भारत के विभिन्न रज्यो में आये दिन पेपर लीक होने की खबरे आती रहती हैं मगर राज्य सरकारे अधिकारियो को गिरफ्तार कर जेल भेज कर मामला शांत कर देती हैं मगर स्थायी रुप से कभी इस पर काबू नही पाया पाया गया है, जब भी अभ्यर्थी प्रदर्शन करते है तो पुलिस बल से खदेड दिया जाता है और फिर वही पुराना ढर्रा शुरु हो जाता है।
राज्य सरकारो में पहले से ही शिक्षा का बुरा हाल है जो किसी से छुपा नही है यहाँ तक कि अध्यापको की सेलरी भी समय से नही दी जाती है और उपर से उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग यह हालत बताती है कि राज्य किस तरफ जा रहा है।
याद रहे कि उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्ती परीक्षाओं में धांधली उजागर होने से नाराज अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को प्रदर्शन भी किया. हजारों प्रतियोगियों के जुटने से प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग जाम हो गया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. इसके बाद छात्रों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. प्रदर्शकारियों ने जमकर नारेबाजी की और नौकरी लौटाने की मांग वाली तख्तियां लहरा कर अपना विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शनकारियों ने आयोग एवं प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर इकट्ठा छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की.
कई छात्र संगठनों ने सामूहिक रूप से उप्र लोक सेवा आयोग के काम करने के तरीके का विरोध जताया. गुस्साए छात्रों ने कहा कि आयोग के अफसर छात्र संगठनों से वार्ता करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. छात्रों को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, फायर ब्रिगेड व अन्य टीमों को लगाना पड़ा. प्रदर्शनकारियों के ज्यादा बवाल करने पर प्रशासन ने उन्हें लाठी फटकार कर खदेड़ा, फिर भी न मानने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. प्रदर्शन के दौरान लोक सेवा आयोग के मुख्यद्वार पर ‘चिलम सेवा आयोग’ लिखते तीन समाजवादी कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से 29 जुलाई, 2018 को आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली किए जाने का मामला सामने आया था. भर्ती में पेपर आउट कराने के आरोप में परीक्षा नियंत्रक की गिरफ्तारी के बाद प्रतियोगी आयोग पर हमलावर हैं