उप जिलाधिकारी के आदेशों की जमकर अवहेलना कर तानाशाह बन रहे पूर्ति निरीक्षक
शाहबाद (रामपुर)जहा सरकार एक और गरीब लोगो को फ्री राशन उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। तो उधर ग्रामीणों की जनभावनाओं को दरकिनार कर शाहबाद के तानाशाह पूर्ति निरीक्षक रिपोर्ट बनाने के नाम पर टालामटूली कर रहे है। शाहबाद क्षेत्र के ग्राम करीमगंज में कोटे डीलर के खिलाफ जमकर शिकायतें होने पर प्रशासन हरकत में आ गया था। जिस पर उपजिलाधिकारी ने जांच के लिए नायब तहसीलदार कानूनगो एवं लेखपाल की टीम गठित कर दी, टीम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता कर सभी के राशन कार्ड चेक किए, जिसमे पाया कि राशन डीलर ग्रामीणों को महीनो से राशन नहीं दे रहा है। और दबंगई से कोटा चलाता है। मामले की गहनता से जांच पाया गया कि कोटा डीलर पूर्ण रूप से दोषी एवं भ्रष्टाचार में संलिप्त है। जिसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर टीम ने उप जिलाधिकारी को सौंप दी। जांच के एक दिन पूर्व कोटा डीलर ने राशन कार्ड धारकों मारपीट भी की थी।
जिसको लेकर कोतवाली शाहबाद में कोटा डीलर के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज भी कराई गई थी। जनभावनाओं और टीम द्वारा बनाई गई रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी सुनील कुमार ने पूर्ति निरीक्षक को कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई कर कोटे को निरस्त की रिपोर्ट तैयार करने के लिए आदेश कर दिए थे। एसडीएम के आदेश के लगभग पन्द्रह दिन गुजर जाने के बाद भी पूर्ति निरीक्षक कोई रिपोर्ट तैयार नहीं करी।
उधर ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्ति निरीक्षक कोटा डीलर से सांठगांठ कर मामले को दबाए हुए हैं। ओर आमजनमानस की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे है। तो वही एसडीएम के आदेशों की भी अवेहलना कर रहे है। साथ ही साथ ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि जब भी कभी पूर्ति निरीक्षक का फोन मिलाओ तो उनका फोन स्विच ऑफ जाता है। उससे लगता है कि तानाशाह पूर्ति निरीक्षक को लोगो की कोई चिंता नहीं है।