- -पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां द्वारा जिलाधिकारी के निर्णय की प्रशंसा।
- – बोले,आजम ने रामपुर का गौरवशाली अतीत मलियामेट करने का किया था प्रयास।
रामपुर(जदीद न्यूज़)।पूर्व मंत्री नवाब काज़िम अली खां उर्फ नवेद मियां ने गांधी समाधि के पास कर्नल साहबजादा मौहम्मद यूनुस खां और मेजर राफे खां का स्मारक बनाए जाने के जिलाधिकारी के फैसले को ऐतिहासिक बताया है।पूर्व मंत्री के पीआरओ काशिफ खां ने बताया कि रामपुर के इन दोनों वीर सपूतों के नाम पर स्मारक बनाए जाने के निर्णय की नवाब काज़िम अली खां ने प्रशंसा करते हुए कहा है कि जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का यह कार्य रामपुर के इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा।नवाब काजिम अली खां ने कहा है कि इससे पहले रामपुर के गौरवशाली अतीत को मलियामेट करने का प्रयास हुआ था।
नवाबों से डरने की बीमारी के शिकार आजम को जब-जब सत्ता मिली उसने धरोहरों पर बुलडोजर चलवाये थे।नवाबों की संपत्तियोंं-भवनों को अवैध रूप से कब्जा लिया था।सड़कों-द्वारों के नाम बदले थे।रामपुर की पहचान मिटाने का प्रयास हुआ था।लेकिन,अब रामपुर का नाम पूरी दुनिया में फिर से रौशन हो रहा है।
उन्होंने कहा है कि जिलाधिकारी ने देश के लिए कुर्बानी देने वाले दोनों वीरों के नाम पर स्मारक बनाने का फैसला लेकर साबित कर दिया है कि सच्चाई हमेशा जिंदा रहती है और इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता है।उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि कर्नल साहबजादा मौहम्मद यूनुस खां मेरी दादी राजमाता रफत ज़मानी बेगम के भाई और रियासत के मुख्यमंत्री रहे सर अब्दुल समद खां के बेटे थे।उनके नाम पर रामपुर में स्मारक बनाये जाने की खबर से पूरा परिवार खुश है।