- कोरोना महामारी के कारण स्थगित हुआ मेले का आयोजन।
- केवल श्रद्धालु सोशल डिस्टेंस व कोरोना से सुरक्षा के नियमो का पालन करते हुए कर सकेंगे , दर्शन।
- कोरोना के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु मंदिर परिसर में की जा रही है सुरक्षा व्यवस्था।
- 2 सितंबर 2020 से प्रांरभ होगी पूजा अर्चना व दर्शन।
सैफनी/रामपुर (जदीद न्यूज़):- सैफनी भूड़ा आश्रम पर लगने वाले दस दिवसीय किसान मेले का कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष आयोजन नही होगा।

ज्ञात हो कि रामपुर जनपद के सैफनी में प्रति वर्ष क्वार (चढत) माह के शुरू कनागत पूरनमासी से गुरु बाला सिद्ध आश्रम के नाम से विख्यात भूड़ा आश्रम पर दस दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें भांति भांति के खेल खिलोने व सर्कस से लेकर अन्य सामानों की दुकानें लगती हैं। और आश्रम परिसर में दूरदराज से श्रद्धालु आकर प्रसाद चढ़ाते हैं।
इस वर्ष कनागत 2 सितंबर 2020 से लग रहे हैं जो कि अन्य वर्षों की भांति मेले आयोजन का समय होता था । परंतु इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण प्रशासन ने मेले के संचालन की अनुमति नही दी है। केवल श्रद्धालु सोशल डिस्टेंस और कोरोना महामारी से बचाव की गाइड लाइन का पालन करते हुए माता के दर्शन कर सकेंगे।

प्रति वर्ष मेले का आयोजन उपजिलाधिकारी शाहाबाद के निर्देशन में होता है। चूंकि मेले परिसर की भूमि विवादित होने के कारण विगत कई वर्षों से उपजिलाधिकारी शाहबाद उक्त सम्पति के रिसीवर हैं।
शासन ने कोरोना के दृष्टिगत सभी प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा रखी है।
सैफनी स्थित भूड़ा का किसान मेला गुरु बाला सिद्ध की समाधि स्थल पर लगाया जाता है। आश्रम में हनुमान का मंदिर, माता का मंदिर और संतों की समाधियां आकर्षण का केंद्र रहती हैं।

आश्रम में 2 सितंबर से प्रारंभ होने बाली कनागत के दृष्टिगत उपजिलाधिकारी ने वर्षों से आश्रम की सेवा करने बाले महिलाल यादव को कोरोना से बचाव के पुख्ता इंतेजाम व सोशल डिस्टेंस के साथ एक समय में कम से कम श्रद्धालुओं को दर्शन कराने एवम पूजा अर्चना हेतु अस्थायी रूप से नियुक्त किया है।
संवादाता से दूरभाष पर हुई वार्तालाप में कार्यकारी पुजारी महिलाल ने बताया कि मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतेज़ाम हैं। सोशल डिस्टेन्स का पालन करते हुए पूजा अर्चना व दर्शन कराए जाएंगे। एक समय मे अधिक श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा।
कोरोना से बचाव के लिए मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र को साफ करा दिया गया है। एवम प्रतिदिन साफ सफाई कराई जाएगी।
आश्रम में स्थित माता का मंदिर, हनुमान जी का मंदिर और साधु संतों की समाधियों की पुताई एवम सौंदर्यकरण का कार्य अपने निजी खर्चे पर करा दिया गया है।
मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद में विचाराधीन एवम विवादित भूमि होने के कारण आश्रम परिसर में सदैव सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।