खुद के अपहरण की झूठी योजना रच अपने ही फोन से परिजनों और दोस्त से मांग रहा था फिरौती।पुलिस ने गुड़गांव से गिरफ्तार कर किया खुलासा।

डीआईजी ने सफल खुलासे पर की पुलिस टीम को 25 हज़ार रुपए का इनाम और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा।

(रामपुर )कोतवाली  शाहबाद में 15 जनवरी 2023 को सतीश पुत्र बाबूराम का अज्ञात के द्वारा अपहरण करने का मुकदमा लिखाया गया था जिसका गुरुवार को पुलिस ने खुद के अपहरण की झूठी योजना रच अपने ही फोन से परिजनों और दोस्त से मांग रहा था फिरौती।पुलिस ने गुड़गांव से गिरफ्तार कर किया खुलासा।खुलासा किया और सतीश को गुड़गांव से गिरफ्तार कर बताया कि उसने अपने अपहरण की फर्जी रिपोर्ट लिखाई थी और अपने मोबाइल फोन से फिरौती मांग रहा था।सतीश पहले भी ससुर चंद्रकेश से एक लाख और अपनी मां श्रीमति विमला देवी से 50 हज़ार रुपए ले चुका था।

जिसका खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि यह सतीश हैं जो थाना शाहबाद के हैं जो 12 जनवरी को यहां से मुरादाबाद गए थे जहां इनका एक दोस्त था यशपाल यह गेट क्वालीफाई हैं यह झूठ बोलते रहे कि ग्रुप डी में मेरा सिलेक्शन हो गया है।इनको असल में 4 से 5 लाख रुपए चाहिए था इनको जरूरत थी इन्होंने ऐसा फ्रॉड रचा कि अपना अपहरण दिखा दिया।एक दो दिन गायब रहे इनका साथी यशपाल वह इनके साथ गया और वह उतर गया मुरादाबाद और वह नौकरी पर चंडीगढ़ हिमाचल कहीं चला गया।यह वहां से दिल्ली होते हुए गुड़गांव चले गए वहां से जाकर इन्होंने अपनी पत्नी को एक मैसेज किया कि मेरा अपहरण हो गया है इनका मोबाइल अपहरणकर्ताओ के कब्जे में चला गया है जबकि इन्हीं के पास था इन्होंने एक मैसेज बनाकर किया कि इस बंदे को मैंने किडनैप कर लिया है अगर चालाकी करोगे तो ठीक नहीं है इसके खाते से 2 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिया है 3 लाख रुपए और उसके खाते में भेज दो तब मैं इसको छोडूंगा इसके खाते में इसका मैसेज पत्नी के नंबर पर डाल दिया और दोस्त के नंबर पर डाल दिया सनसनी फैल गई कि अपहरण हो गया हम लोग परेशान हो गए हमने मुकदमा लिखा और अपनी कार्यवाही शुरू कर दी इसके बाद एक कॉल मैसेज आता है पत्नी को आप लोग इसका पैसा नहीं डालोगे पुलिस का लफड़ा पालोगे तो इसको इतने इंजेक्शन देंगे किडनी बेच देंगे,यह कर देंगे,वह कर देंगे मैसेज डाल दिए हम परेशान हो गए हमारा जो अपना तरीका होता है हम लगे रहे हमारी टीम लगी रही गुड़गांव पुलिस को फोन किया सीओ ईस्पेक्टर और एसओजी की टीम लगी रहीl

अधिकारियों से बात हुई कसर्न होता रहा एडीजी सर ने कई बार जानकारी ली क्या कर रहे हो उन्होंने गाइडलाइन दी।डीआईजी साहब भी लगे रहे उन्होंने भी पूछताछ की और कई जगह फोन किया इसके बाद हमारी टीम को सफलता मिल पाई यह गुड़गांव में है तो इनको वहां से रिकवर कर ले आए रात में ले आए हैं तब इनसे पूछताछ की तो इन्होंने बताया पैसे चाहिए थे तो यह रचना रची हुई थी कि हम को पैसे मिल जाएं इस तरह से इस घटना को अंजाम दिया हैl

डीआईजी साहब बहुत एक्टिव थे और इसके खुलासे पर उन्होंने टीम को अपनी तरफ से 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की और प्रशस्ति पत्र देने को भी कहा है।

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