ग्राम प्रधान अपने कार्यकाल में ऐसा काम करके दिखाएं कि वो उदाहरण बनें:राज्यपाल

प्रधानों के लिए यह समय है कि लोगों की सेवा कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें:मुख्यमंत्री

राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से सभी प्रधानों को आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता का दिया मूल मंत्र।

रामपुर(मुजाहिद खाँ):उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में नव निर्वाचित ग्राम पंचायत प्रधानों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करके सरकार की प्रत्येक योजना का पात्र व्यक्ति को लाभ दिलाने और गाँव के विकास के लिए सभी आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता का मूल मंत्र दिया।राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि आज स्वयं सहायता समूह से जुड़कर लाखो महिलाएं समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा कर रही हैं।शिक्षा के महत्व को समझ रही हैं।उनकी सोंच बदली है और अपने परिवार के बच्चों को भी पढ़ा रही हैं।ऑक्सीजन के महत्व को कोरोना ने सिखाया है।पौधरोपण और तालाबों का सुंदरीकरण आदि कई ऐसे काम है जिन्हें गांव में बेहतर तरीके से किया जा सकता है।
ग्राम प्रधान अपने कार्यकाल में ऐसा काम करके दिखाएं कि वो उदाहरण बने।
बेटियों और महिलाओं के जीवन स्तर के उत्थान के लिए प्रयास करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में निगरानी समितियों ने बेहतर कार्य किए हैं।
निगरानी समितियों ने अभावग्रस्त संक्रमित लोगों की देखभाल की जिम्मेदारी ली जो अत्यन्त सराहनीय है।
इन सभी गतिविधियों के कारण ही आज प्रदेश कोविड के मामले में सबसे अच्छी स्थिति में है।उन्होंने कहा कि सभी को वायरस से सतर्क रहना होगा और इसके प्रति लापरवाही बिल्कुल नही करनी है।हमें प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बचाने के साथ साथ उसकी जीविका को भी बचाना है।
निगरानी समिति के प्रत्येक सदस्य के पास मास्क व ग्लब्स हों जिन्हें जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जाए।
लापरवाही बिल्कुल न हो,भीड़ एकत्रित न हो और प्रत्येक की जांच हो।संदिग्ध लोगों को मेडिसिन किट मिल जाए और इसके साथ ही उनकी कोविड जांच हो जाए।
बाहर से कोई भी व्यक्ति यदि गांव में आता है तो उसकी मॉनिटरिंग की जाए।उसकी जांच हो जाये तभी उसे अन्य लोगों से मिलने दिया जाए।
गाँवों में संक्रमण रोकने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बरसात होने वाली है और बरसात के दौरान अनेक प्रकार की बीमारियों से बचाव की भी पूरी तैयारी होनी चाहिए,इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ ग्राम पंचायतों की भी लेनी चाहिए।सरकार ने प्रत्येक गांव को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जा रहे हैं।बारिश के दौरान लोगों को शुद्ध पेयजल मिले और कहीं भी गंदगी न हो क्योंकि इससे नकारात्मक माहौल बनता है।
उन्होंने पंचायत घरों को ग्राम सचिवालय के रूम में विकसित करने के कार्य को गति देने के लिए कहा।इससे बहुत सी जनकल्याणकारी योजनाओं और गतिविधियां एक ही स्थान से संचालित हो सकती है।
कोरोना के कारण लोगों के रोजगार पर प्रभाव पड़ा है,लोगों की जरूरतों को देखते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से हर जरूरतमंद को खाद्यान्न वितरण हो रहा है।
प्रधानों के लिए यह समय है जब वे लोगों की सेवा कर सकें उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद दिल सकें।
जिले के नवनिर्वाचित प्रधानों ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के संबोधन को सुना।
कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी से जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़,सीडीओ गजल भारद्वाज,अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम भरत तिवारी,जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह और जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार ने प्रतिभाग किया।

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