जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हुई तीसरे मोर्चे की बैठक,जल्द होगा निर्णय।

तीसरे मोर्चे में कई दिग्गज शामिल,एलान से राजनीतिक पार्टियों की धड़कनें हुई तेज़।

रामपुर(मुजाहिद खाँ):जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मोर्चाबंदी तेज़ हो गई है।जिसको लेकर तीसरे मोर्चा भी सक्रिय हो गया और अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए चुनावी अखाड़े में कूद कर बिगुल बजाया।
रामपुर में जिला पंचायत के 34 सदस्य हैं।रामपुर समाजवादी के दिग्गज नेता आज़म खान की सियासत का गढ़ कहा जाता है।हालांकि सपा सासंद आज़म खान और उनके पुत्र अब्दुल्लाह आज़म 15 महीने से ज़्यादा समय से सीतापुर जेल में बन्द हैं और फिलहाल दोनो कोरोना संक्रमित पाये जाने पर 09 मई से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं और दोनो की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है और कोविड से जुड़ी अन्य समस्याओं को लेकर इलाज चल रहा है।
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक ट्रायल टेस्ट की तरह था जिसको लेकर भाजपा जिला पंचायत के चुनावी मैदान में उतरी थी।लेकिन नतीजे इसके उलट आये और भाजपा दूसरे नम्बर पर रही और समाजवादी पार्टी के नतीजे अच्छे आये जिससे उसको 2022 में सत्ता में वापसी की उम्मीद जागी है।
वहीं रामपुर में भी समाजवादी पार्टी को 34 में से 11 सीट पर जीत हासिल हुई और भाजपा केवल 7 सात सीटों पर सिमट गई बाक़ी अन्य राजनीतिक पार्टियों और निर्दलीयों ने जीत हासिल की।जिसको लेकर अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी शुरू हो गई और बहुमत के लिए ज़रूरी समर्थन की जोड़ तोड़ में लगे हैं।सपा का दावा है कि उसके 11 जीते हुए सदस्यों के अलावा दो और सदस्यों के समर्थन है इस तरह बहुमत के लिए 5 सदस्यों की ज़रूरत है।वहीं बीजेपी आज़म खान के गढ़ में सेंध लगाने के लिए जुटी है।सदस्यों की संख्या भले ही बहुमत के आंकड़ों से दूर हो लेकिन बहुमत के लिए ज़रूरी समर्थन जुटाने में केंद्र से लेकर प्रदेश के दिग्गज भी डेरा डालकर जुगत भिड़ाने में लगे रहे।जिसमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने ख्याली राम लोधी के नाम पर मोहर लगाई और शनिवार को रामपुर पहुँचे योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने बहुमत से ज़्यादा संख्या बल का दावा ठोंका और कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा का ही होगा।ख़ैर ऊँट किस करवट बैठता है यह तो आने वाला वक़्त ही जवाब देगा।
वहीं सपा और भाजपा की दावेदारी के बाद रविवार को पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए तीसरे मोर्चे ने भी सियासी अखाड़े में उतरने के फैसले का ऐलान कर दिया जिसको लेकर जिला पंचायत सदस्यों की बैठक हुई,जिसमें निर्णय लिया गया कि हम सब एकजुट हैं और हमारे साथ 9 सदस्य हैं।हम किसी के साथ नही है।जल्द ही तय किया जायेगा,कि चुनाव में क्या निर्णय लिया जाए।
तीसरे मोर्चे की बैठक में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह,मुस्तफा हुसैन,रियासत अली,खलील अहमद,इम्तियाज हुसैन चिंटू,मीरा सिंह आदि मौजूद रहे।

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