प्रशासन ने रामपुर शहर में मौजूद जौहर यूनिवर्सिटी के क़ब्ज़े से किसानों की जमीनें वापस दिलवाने की कार्यवाही शुरू कर दी गयी और वहीं वाईस चांसलर ने प्रशासन की कार्यवाई पर स्टे आर्डर दिखा कर आपत्ति जताई है.
आलियागंज किसानों की 20 बीघा ज़मीन जिसको जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल करने का आरोप था, जिसको लेकर जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहम्मद आज़म खान के ख़िलाफ 26 किसानों की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गयी थी. आज एसडीएम सदर ने प्रशासनिक टीम और पुलिस बल के साथ ज़मीन की नपत कराकर जोकि 5 गाटो में थी क़ब्ज़ा कराया.

एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने कहा कि आलिया गंज गांव के किसानों की जमीन को कब्जा करके जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर शामिल कर लिया गया था. जिसमें 5 गाटा संख्याए है इसमें 26 किसान है जिसमें 20 बीघा जमीन बिना किसी विधिक अन्य अधिकार के उन्होंने सीधे जबरदस्ती यूनिवर्सिटी के अंदर कर ली थी, जब इसकी शिकायत मिली तो जांच कराई गई फिर बाद में मोहम्मद आजम खान के खिलाफ भू-माफिया की FIR दर्ज कराई गई, उन्हीं किसानो को ज़मीन पर आज कब्जा दिलाया जा रहा है.
अभी तक 12,13 लोगों को क़ब्ज़ा दिलाया जा चुका है. 26 किसानों की लगभग 20 बीघा जमीन है, वहीं इस मामले में नोटिस दिए जाने के सवाल पर एसडीएम ने कहा कि यह भूमाफिया के अंतर्गत है इसमें पहले नोटिस दिए गए FIR के अलावा बहुत सारी चीज़े हुई उसी कार्रवाई के अंतर्गत यह भी कार्रवाई होती है।
यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रोफेसर सुल्तान मोहम्मद खान ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि पिछले कई माह से निरंतर शासन और प्रशासन द्वारा मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को निशाना बनाया जा रहा है. मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है जिस पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा स्टे ऑर्डर दिया हुआ है. पहले भी जब प्रशासन ने यूनिवर्सिटी कैंपस में बिना अनुमति प्रवेश किया था और विश्वविद्यालय के स्टाफ और विद्यार्थियों को परेशान किया था. जिसके खिलाफ विद्यालय में उच्च न्यायालय में रिट नंबर 25403/2019,20665/2019 दायर की और 6 अगस्त 2019 को उच्च न्यायालय ने यह आदेश दिया कि बिना यूनिवर्सिटी की अनुमति के पुलिस प्रशासन बलपूर्वक मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता. प्रशासन उच्च न्यायालय के आदेश का खुला उल्लंघन करते हुए बिना लिखित सूचना और अनुमति के मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय परिसर में उस समय बलपूर्वक प्रवेश किया जिस समय छात्र-छात्राएं अध्ययनरत थे एंव मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की कक्षाओं समय सुबह 9:30 से 4:30 तक है और लगभग 1:30 बजे से शाम 5:00 बजे के बाद तक प्रशासन कैंपस में जगह-जगह नापती रही और निशान दल बल के साथ करता रहा जिससे अध्धयनरत विद्यार्थियों को परेशानी हुई और स्टाफ भी पुलिस बल की मौजूदगी से भयभीत होता रहा, जोकि खुले तौर पर कोर्ट के आदेशों की अवमानना है।