इस्लामाबाद। आतंकवादी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के मामले को लेकर पाकिस्तान ने कहा है कि अब वह किसी के भी दबाव में नहीं आएगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने गुरुवार को यह बात कही। पाक का यह फैसला चीन द्वारा उन रिपोर्ट्स को खारिज किए जाने के बाद आया है जिनमें कहा जा रहा था कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने चीन को अल्टीमेटम दिया है कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के मसले पर अपनी ‘तकनीकी रोक’ को हटा ले।

चीन ने बुधवार को कहा था कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में डालने का मामला समाधान की तरफ बढ़ रहा है और अमेरिका को इस मामले में खुद के प्रस्ताव को मानने के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने पेइचिंग में बात करते हुए कहा था, ‘मसूद अजहर को सूचीबद्ध करने के मामले पर चीन के पक्ष में बदलाव नहीं आया है। हमने संबंधित पक्षों से बात की है और मामला समाधान की दिशा में आगे बढ़ रहा है।’

अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने पर चीन द्वारा तकनीकी रोक लगाए जाने के मसले पर फैसल ने कहा, ‘इस मामले में पाकिस्तान जो भी निर्णय करेगा वह उसके राष्ट्रहित में होगा। पाकिस्तान इसमें किसी के दबाव में नहीं आएगा।’ वहीं भारत का आरोप है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है, जिसका सरगना मसूद अजहर है।

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