दिल्ली: दूसरी बार भारी बहुमत से सत्ता में लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में पहले भाषण में कांग्रेस पर तंज़ कसते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को दिखाने का पूरा प्रयास किया. राष्ट्रपति के मोशन ऑफ थैंक्स की 70 मिनट की प्रतिक्रिया में उन्होंने अपनी सरकार के काम और भविष्य के लक्ष्यों को रेखांकित किया. पीएम के भाषण में अधिकांश बातें कांग्रेस के खिलाफ थीं. उन्होंने कहा कि 2014 में हमें सत्ता इसलिए मिली क्योंकि जनता “ग्रांड ओल्ड पार्टी” से तंग आ चुकी थी.
उन्होंने संसद में कहा, “2014 में जब हम नए थे तो देश ने कहा था कि हम कांग्रेस को बख्शेंगे और इसके बदले हमें सत्ता मिली है”.
सीधे तौर पर कांग्रेस पार्टी को अहंकारी बताते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि किसी और को नहीं बल्कि परिवार को आपातकाल के दौरान “भारत की आत्मा को कुचलने” का श्रेय जाता है.
पीएम ने कहा, “आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो. आप इतना ऊंचा चले गए हैं कि जमीन दिखनी बंद हो गई है और जड़ों से उखड़ गए हैं, हमारा सपना ऊँचा जाना नहीं है, हमारा सपना जड़ों से जुड़ना है. यही हमारा मार्ग है.”
उन्होंने कहा कि उनकी पांच साल की सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड ने लोगों का भारी समर्थन हासिल किया है. भाजपा ने 2014 की तुलना में भी बड़े अंतर से जीत हासिल करते हुए एक दूसरे कार्यकाल के लिए मैदान मार लिया. याद रहे भाजपा ने 2014 में 282 सीटों से और इस बार 300 का आंकड़ा पार किया. पिछले पांच वर्षों में सरकार का सफर आसान नहीं रहा है लेकिन जनादेश ने उन्हें स्वीकार किया.
उन्होंने अपने पहले के रुख को रेखांकित करते हुए कहा कि अब चुनाव खत्म हो चुके हैं और संसद में एक साथ काम करके लोगों की सेवा करना हमारा लक्ष्य है.
पीएम ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हमने ‘फलाने’ को जेल क्यों नहीं भेजा, देश में इमरजेंसी नहीं लगी है कि किसी को भी जेल भेज दें. कानून अपने हिसाब से काम करेगा और जिन लोगों को जमानत मिल रही है वह मज़े करें. पीएम मोदी ने कहा कि पता है कि 70 सालों से चली आ रही चीजों को बदलने में वक्त लगता है. हमने अपना लक्ष्य नहीं बदला है. हमें आगे बढ़ना है फिर चाहे इन्फ्रास्ट्रक्चर हो या स्पेस. पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं चुनाव को हार या जीत की नजर से नहीं देखता हूं.
कांग्रेस के शशि थरूर ने कहा, “प्रधानमंत्री बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि बहस के सभी बयानबाजी वाले उपकरणों का उपयोग कैसे किया जाता है. हमारी चिंता बयानबाजी और वास्तविकता के बीच की खाई के बारे में है”.
उन्होंने कहा, “महत्वपूर्ण बात” यह है कि पीएम कहते हैं कि कांग्रेस “आसमान को देखने में व्यस्त है, मैं कहूंगा कि यह विपरीत है, हम सपनों पर केंद्रित हैं, हम जमीनी हकीकत पर केंद्रित हैं”.