नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसने बुधवार की शाम उन पर आरोप लगाया था कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पी० चिदंबरम ने सीबीआई के आरोप का खण्डन करते हुए कि उन्होंने एजेंसी के सभी सवालों के जवाब दिए थे और इस मामले में उनसे केवल एक बार पूछताछ की गई थी। विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहर ने कहा, “सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए हिरासत सही है”।
चिदंबरम की कानूनी टीम ने बहस करते हुए कहा था कि सीबीआई का तर्क उचित नहीं है। चिदंबरम ने अदालत में अपनी विशेष कागज़ात में इसकी पुष्टि की और न्यायाधीश से एजेंसी द्वारा उनकी पूछताछ की कापी को संदर्भित करने के लिए कहा जोकि केस का हिस्सा है।
श्री चिदंबरम ने कहा कि उनके देश से भागने का कोई सवाल नहीं था, न ही वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे ना ही ऐसी कोई कोशिश की है, इसलिए किसी भी तरह की हिरासत में पूछताछ का कोई कारण नहीं था।
कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी जोकि श्री चिदंबरम की कानूनी टीम का हिस्सा भी है उन्होंने कहा, “यह मामला पूरी तरह से एक केस डायरी और एक अन्य आरोपी के बयान पर आधारित है”। श्री चिदंबरम ने कहा, इंद्राणी मुखर्जी ने बयान दर्ज करने के महीनों बाद पहली बार जून 2018 में बुलाया था।
पी० चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम और पुत्र कार्ति चिदंबरम अदालत में उपस्थित थे। कार्ति चिदंबरम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। न्यायाधीश ने कहा कि हिरासत में रहते हुए 73 वर्षीय चिदंबरम का हर 48 घंटे में मेडिकल चेक-अप कराया जाएगा और उन्हें हर दिन आधे घंटे के लिए अपने परिवार और काउंसल से मिलने की अनुमति भी दी जाती थी।
कपिल सिब्बल ने कहा, “पूर्व मंत्री को सीबीआई भवन के गेस्ट हाउस के फर्श में “लॉक-अप सूट 3” में रखा जाएगा। गिरफ्तारी के बात बीती रात उनसे पूछताछ नहीं की गई। आज सुबह उनसे 12 प्रश्न पूछे गए, लेकिन उन्होंने रिश्वत पर कोई भी सवाल नहीं किया”।
श्री चिदंबरम पर आरोप लगाया है कि 2007 में INX मीडिया को विदेशी ट्रांसकशन की सुविधा बड़े पैमाने पर दी INX पीटर मुखर्जी और उनकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व में था उस समय चिदंबरम यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे। इंद्राणी मुखर्जी ने आरोप लगाया है कि श्री चिदंबरम ने उन्हें विदेशी निवेश की मंजूरी के बदले में कार्ति चिदंबरम के कारोबार में मदद करने को कहा था।