- रामपुर: लोकसभा सांसद मोहम्मद आजम खान ने अपने बयान में एनआरसी और सीएए को लेकर प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल के बाद 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर और 1000 से ज्यादा अज्ञात को शामिल करने और पुलिस की कार्यवाही पर आजम खान ने कहा कि रामपुर में पुलिस प्रशासन द्वारा बदले की भावना से की गई कार्यवाही की हर ओर निंदा हो रही है खान ने कहा प्रशासन बेगुनाहों को कत्ल और लूट का अपराधी बना कर अन्याय की एक नई परिभाषा लिख रहा है”.
आज़म खान ने कहा, “राजनीतिक हार का बदला साजिश रचकर लिया जाना शासन प्रशासन को शोभा नहीं देता और प्रशासन बेगुनाहों को कत्ल और लूट का अपराधी बनाना अन्याय की एक नई परिभाषा लिख रहा है”. उन्होंने सवाल उठाते हुए कि लगभग 1 साल से जो दमन चल रहा है यह उसी की एक कड़ी है जो लोग रामपुर और उत्तर प्रदेश में है ही नहीं उनको भी 302 जैसी गंभीर धाराओं में अपराधी बनाना कहां का न्याय है? सम्मानित, प्रतिष्ठित और धर्मावलंबियों के द्वारा अमनो चैन कायम करने के बाद भी उन्हीं के साथ असहयोग चिंता का विषय है।
आजम खान ने मांग करते हुए कहा अभी बेगुनाहों के नाम मुकदमों से निकाले जाएं और किसी भी स्थिति में आपसी सौहार्द बिगड़ने न पाए. उन्होंने कहा पूरा देश एक नई करवट ले रहा है किसी विशेष राजनीतिक दल को निशाना बनाना और प्रशासन को बार-बार नाम लेकर उतपीड़न करना भी अनुचित है और 21 दिसंबर को हुई घटना में बेगुनाहों और निर्दोषों को गंभीर मुकदमों में फसाने की कड़ी निंदा करते हुए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के वक्तव्य पर भी गहरा रोष प्रकट किया. खान ने कहा कि राजनीतिक बदले की कार्यवाही करते हुए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर गंभीर धाराएं जैसे 302 और 307 वगैराह लगाना पुलिस और प्रशासन की बदले की गहरी साजिश है जो हर प्रकार से निंदनीय है चुनाव के मैदान में तमाम प्रयासों के बाद हार का बदला इस प्रकार की झूठी मन गलत और फर्जी कार्रवाइयों से लेना प्रशासन और पुलिस की हताशा भी है और गंभीर मानवीय अपराध भी है।
इसके अलावा समाजवादी पार्टी दफ्तर मीटिंग हुई जिसमें वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे, जिसमें समाजवादियों पर लगे झूठे मुकदमे को अत्याचार बताया और प्रशासन को इनसे बचने की नसीहत की. मीटिंग में डॉ अमित शर्मा,हरज्ञान सिंह, विजय सिंह पूर्व विधायक,अखिलेश कुमार जिला अध्यक्ष,नगर अध्यक्ष आसिम राजा,अनवर मसूद खान,फरहान खान,उबेद उल हक,मुकर्रम रज़ा इनायती,मतलूब अंसारी,हाजी जमील,हामिद गोल्डन के अलावा बड़ी तादाद में कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।