मेरठ। किठौर में कन्या पाठशाला की छात्रा से खुलेआम रोड पर छेड़खाानी के मामले में पुलिस ने लापरवाही की हद पार करते हुए वारदात के पांच दिन बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इससे एक बात तो साफ है कि यूपी में कानून का डर ख़त्म और पुुुुलिस बेबस हैै किसी भी कार्रवाही केे लिए  प्रेेेशर का इंतज़ार  रहता हैै, यह   कार्रवाई भी तब हुई जब इस वारदात का वीडियो वायरल   गया। अन्य आरोपियों तक पुलिस अब भी नहीं पहुंच पाई है। वहीं पकड़े गए मुख्य आरोपी पर कड़ी कार्रवाई करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। उनका दावा है कि पीड़ित छात्रा कोई कार्रवाई नहीं कराना चाहती। यह कह कर पुलिस  आरोपियों को पनाह देना चाहती है ,  लगता है पुलिस को क्राइम नहींं मामला खत्म करने की ज़्यादा फिक्रर और जल्दी है|

एसएसपी नितिन तिवारी जी के मुताबिक छात्रा से छेड़खानी और बदसलूकी के वीडियो की जानकारी शुक्रवार को शाम चार बजे मिली। इसके बाद एसपी देहात अविनाश पांडेय के नेतृत्व में टीम गठित की गई। देर रात पुलिस ने मुख्य आरोपी गौरव उर्फ गोल्डी पुत्र यशपाल निवासी किठौर को गिरफ्तार किया। दो अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया है। उनसे अभी पूछताछ चल रही है।

 

मेरठ: किठौर में कन्या पाठशाला की छात्रा से छेड़खानी ,पुलिस बेबस

पुलिस का दावा है कि छात्रा अपने एक रिश्तेदार के यहां किठौर में रहती है। वारदात की सूचना पर पुलिस ने छात्रा व उसके रिश्तेदार से संपर्क किया था। लेकिन उन्होंने कार्रवाई से साफ मना कर दिया था। इस कारण पुलिस खामोश बैठ गई। शुक्रवार को वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस को अपनी तरफ से मुकदमा दर्ज करना पड़ा। पुलिस ने आरोपियों पर छेड़खानी, पॉस्को एक्ट और आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की बात कह रही है।

क्यों खामोश थी पुलिस

किठौर पुलिस का दावा है कि पांच दिन पहले उनको वारदात की जानकारी हो चुकी थी। इसके बाद भी वो चुप्पी साधे रही। इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या पुलिस छेड़खानी जैसे मुद्दों पर भी अपने नापाक आकाओं के आडर का इंतज़ार करती रहती है और कानून को ताक में रख कर गुंडे आकाओं का फरमान मानती है, चाहे बालिकाओं को कोई खुलेआम छेडे़ तब भी, क्या पुलिस इंसानियत की परवाह नही करना चाहती है ? फिर   वह वीडियो वायरल होने का इंतजार क्यूं कर रही थी। हालांकि अब पुलिस दम दिखा कर दावा कर रही कि कोई लापरवाही नहीं होगी। किसी भी आरोपी को नहीं छोड़ेगी। यूपी में अक्सर पीड़ितों को डरा धमका कर खामोश कर दिया जाता और जब पीड़ित गरीब तब यह उम्मीद ज़ादा होजाती है पुलिस भी जांच से बचने के लिए पैसे ले देकर मामला रफा दफा करने की आदी हो गई है|

*आरोपियों के नाम उगलवाने में भी नाकाम पुलिस*

इंस्पेक्टर किठौर प्रेमचंद्र शर्मा का कहना है कि मुकदमे में गौरव उर्फ गोल्डी को नामजद किया है। पूछताछ में आरोपी गोल्डी ने अन्य आरोपियों के नाम नहीं बताए हैं। लोगों में चर्चा है कि तीन वहशी युवक दूसरे समुदाय के हैं। जिनमें से दो पुलिस हिरासत में हैं। ऐसे में सवाल उठता कि आरोपियों के चेहरे सामने हैं तो पुलिस उनको नामजद करने में क्यूं बेबस है

गोल्डी भी  गिरफ्तार हुआ सेटिंग से

ये शर्मसार करने वाला वीडियो किठौर में तेजी से वायरल हुआ। वारदात में शामिल आरोपी अपने घर से परिवार समेत पुलिस की नाक के नीचे  गायब हो गए,  आरोपियों को भगाना भी यूपी पुलिस कि खासियत है| गोल्डी को इसलिए भी थाने लाया गया क्योंकि  छात्रा सिर्फ गोल्डी को नाम से जानती थी। इसको देखते पुलिस का फोकस भी उसी पर ज्यादा रहा। देररात पुलिस से साठगांठ कर आरोपी गोल्डी को सरेंडर करा दिया गया। अब पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऐसा घिनौना अपराध करने वालों को भी पुलिस को सेटिंग से गिरफ्तार करके पकड़ रही है और अब भी आरोपियों को बचाने की कोशिश में है|

छात्रा से छेड़खानी और बदसलूकी के मामले में पुलिस की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। पुलिस ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करना बताया है। सभी आरोपियों पर मजबूत कार्रवाई होगी। छात्रा नाबालिग है, इसे देखते पुलिस अपनी तरफ से मजबूत कार्रवाई करेगी।

प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन

थाने के पास ही वारदात 

किठौर थाने से मात्र 50 मीटर की दूरी पर वारदात में आरोपित बेखोफ होकर छात्रा से छेड़छाड़ कर रहे थे,लेकिन थाना पुलिस मामले से बेखबर रही।आरोपी गोल्डी के अनुसार घटना 10-12 दिन पूर्व की है। आरोपित ने बताया कि उस दिन छात्रा का अंतिम पेपर था। वह आरोपी गौरव से मिलने आई थी।

*बंद है स्कूल,लगा रहता है ताला*

जिस स्कूल में आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया वह लगभग पिछले 10 वर्षों से बंद पड़ा है। जिसके बाहर से ताला लगा रहता है। स्कूल के प्रांगण के बाहर स्थित दुर्गा मंदिर स्थित है। खंडहर बने स्कूल के बाहर मंदिर स्थित है। जिसके अंदर बने स्कूल का हर वक्त ताला लगा रहता है। स्कूल के अंदर दीवार की ऊंचाई लगभग 6 फिट है। अंदर दीवार के सटा हुआ एक स्टूल रखा हुआ है। जिसके सहारे ही आरोपित अन्‍य लड़के भीतर पहुंचे होंगे।

 

 

छात्रा बोली कार्रवाई की तो जान दे देगी

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया पीड़ित छात्रा को उसके एक रिश्तेदार ने गोद लिया हुआ है। वीडियो सामने आने पर छात्रा से संपर्क किया गया तो उसने कार्रवाई से साफ इनकार कर दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की तो वह अपनी जान दे देगी। वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने स्वत संज्ञान लिया और मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

छात्रा की होगी काउंसलिंग

एसएसपी का कहना है के पीड़िता पुलिस और कोर्ट में अपने बयान दे सके,इसके लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश कर उसकी काउंसलिंग कराई जाएगी। साथ ही छात्रा कोई आत्मघाती कदम ना उठा ले इसके लिए एनजीओ से जुड़ी महिलाओं को छात्रा के पास भेजा जाएगा।

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