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पटना: मशहूर हालीवुड अभिनेता राजनेता व भाजपा के पुर्व नेता शत्रुघ्न सिन्हा, जो भाजपा के साथ 20 साल गुज़ारने के बाद, हाल ही के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में चले गए हैं, उन्होने NDTV को बताया कि वह कांग्रेस में शामिल होकर “सही दिशा और बेहतर दिशा” में जा रहे हैं और उनके पास पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की दुआऐ हैं। “जब मैं आया और कांग्रेस में शामिल हुआ, तो मैंने आडवाणी जी का आशीर्वाद लिया। उस वक़्त उनकी आंखों में लगभग आंसू थे, लेकिन उन्होंने ‘मत जाओ (मत जाओ’) नहीं कहा। बल्कि उन्होंने प्रेम से कहा ‘ठीक है,”शत्रुघ्न सिन्हा ने NDTV के पत्रकार को बताया।

अटल बिहारी वाजपेयी जब भाजपा में शामिल हुए थे, तब सिन्हा कहते हैं कि तब और अब के बीच का अंतर “लोकतंत्र” और “ताना शाही” के बीच का फर्क है, भाजपा में मौजूदा बंटवारा। आडवाणी, वाजपेयी और अन्य लोगों  का हवाला देते हुए कहा कि आज उन्होंने अपने दिग्गजों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया।

भाजपा के संस्थापक सदस्य, लालकृष्ण आडवाणी को भाजपा के उम्मीदवारों की सूची से हटा दिया गया और उनकी जगह गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव के लिए पार्टी प्रमुख अमित शाह को टिकिट दिया गया। सूत्रों के मुताबिक जिस तरह का प्रयोग किया गया है, उससे वह बेहद परेशान हैं। “किसी बड़े नेता ने उनसे संपर्क नहीं किया”,जिन्होंने लगातार छह बार गांधीनगर से लोक्सभा सीट जीत कर वहाँ का प्रतिनिधित्व किया।

इस मामले ने कांग्रेस को एक बडा मुद्दा प्रदान किया था, जिसने भाजपा पर अपने बुज़ुर्गो को खराब उपचार देने का आरोप भी लगाया था।

सिन्हा जो पिछले दो वर्षों में भाजपा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की बार-बार आलोचना करते रहे हैं, इस बार शायद इसी वजह से भाजपा नेतृत्व ने बिहार के पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से उनका टिकिट काट दिया था।

उन्होंने कहा, “मैं आडवाणी जी की तरह कभी उनके सामने नहीं झुकूंगा”।

यह पूछे जाने पर कि क्या बालाकोट हमले इस चुनाव में असर डाल रहे हैं, सिन्हा ने कहा, “हर भारतीय राष्ट्रवादी है।”

लेकिन राष्ट्रवाद के मुद्दे को उठाकर, पीएम मोदी केवल सवालों से खुद को बचा कर मुद्दो को चकमा दे रहे हैं, उन्होंने कहा। “हमारे माननीय पीएम मारने और दौडने की नीति में विश्वास करते हैं। जब हम उनसे रोजगार के बारे में पूछते हैं, तो वह पुलवामा के बारे में बात करते हैं । वह उन सवालों का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं, जिन्हें लोग जानना चाहते हैं?”

उन्होने कहा, 23 अप्रैल के बाद जिस दिन वोटों की गिनती होगी, पीएम मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे, । “ममता बनर्जी हमारी मित्र हैं और लौह महिला ने ठीक ही कहा है कि उनका समय समाप्त हो गया है, और अब मैं केवल उनकी शुभकामनाएँ चाहता हूँ, वह कहते रहते हैं, “मैं अपना झोला” उठाऊंगा और चल पडूंगा,अब उनका अपना ‘झोला” उठा कर दूर जाने का समय आ गया है”, शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा।

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