फोटो जदीद न्यूज़ राकेश कु० द्वारा

बछवाड़ा (बेगूसराय): शिक्षकों की दबंगई एवं कर्तव्यहीनता के कारण सर्व शिक्षा अभियान एवं नौनिहालों का भविष्य बीच रास्ते में हीं दम तोड़ रहा है। याद रहे मंगलवार को दादुपुर पंचायत स्थित भासो नंदनी संंतोष प्राथमिक विद्यालय उसराही बिंदटोली के छात्र-छात्राएं समय पर बस्ता लेकर स्कूल पहुंचे मगर वहां को शिक्षक उपस्थित नहीं थे।

इस विद्यालय में जो दो शिक्षक कृष्ण कांत कुमार (विद्यालय प्रधान) एवं प्रमिला कुमारी (सहायक शिक्षिका) कार्यरत हैं । लगभग आधे घंटे इंतज़ार के बाद दोनों शिक्षक आए मगर हाजिरी लगाकर छुट्टी की घोषणा कर चलते बनें। विद्यालय के शिक्षकों के लगातार इस रवैये से नाराज़ छात्र-छात्राओं का आक्रोश फुट पडा़  और विद्यालय प्रांगण में हीं विद्यार्थियों नें शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे।

शिक्षा विभाग की मनमानी: कार्य दिवस में विद्यालय बंद, जागरूक विद्यार्थियों ने दिखाई ताकत
स्कूल बंद होने पर नारेबाजी करते गाँव के स्कूली बच्चे

पूर्व वार्ड सदस्य लक्षमण सिंह, ग्रामीण भिखारी सिंह, संतलाल सिंह, मुनेश्वर यादव, चैतु सिंह आदि नें बताया कि शिक्षकों का यह रवैया अब आम बात हो गयी है। शिक्षकों के इस तरह के मनमाने रवैये से लगता है कि शिक्षकों का यह कर्तव्यहीनता इसी प्रकार चलती रही तो गांव के बच्चों का भविष्य एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धज्जियां उडती रहेंगी। वैसे भी गाँव देहात में शिक्षा की हालत दयनीय है और जो दो चार शिक्षक हैं भी उन्हें बच्चों के भविष्य की कोई फ़िक्र नहीं है वह मनमानी करते रहते हैं।

 ग्रामीणों नें बताया कि हमारा गांव देहात एवं दियारा क्षेत्र होने के कारण कोई पदाधिकारी भी इस विद्यालय का निरिक्षण करने नहीं आते है । शिक्षक एवं पदाधिकारी आपसी मेल-जोल बैठाकर कागजी खानापूर्ति करते हैं और सरकारी खर्च का बंदरबांट कर लेते हैं । उपरोक्त मामले को लेकर जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी निर्मला कुमारी से विचार जानने का प्रयास किया गया तो उन्होने कुछ भी बताने से इन्कार करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। बीडीओ डां० विमल कुमार नें बताया कि दियारा में विद्यालय बंद रहने की सुचना मिली हैं एंव सम्बंधित शिक्षकों पर विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here