सरासर जुल्म,ज्यादती और असल में जो अन्याय होता है वो आज़म ख़ान के साथ किया गया है:मौलाना तौकीर रज़ा
आल इंडिया इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा खान आज़म ख़ान से मिलने पहुंचे उनके घर।
रामपुर(मुजाहिद ख़ान):सपा के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म ख़ान जोकि शुक्रवार को सीतापुर जेल से 814 दिन लगभग 27 महीने बाद रिहा हुए हैं।रिहा होने के बाद से आज़म खान से मिलने वालों की लाइन लगी हुई है उसमें सांसद,विधायको,अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं,उलेमाओं,समाजिक संगठनों और समर्थक शामिल हैं।
वहीं शनिवार आज़म ख़ान से आल इंडिया इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रज़ा खान देर रात उनसे मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे।
वहीं मीडिया से बात करते हुए मौलाना तौकीर रज़ा खान ने कहा कि आज़म ख़ान से मुलाकात करने आए हैं मुबारकबाद पेश करने आए हैं और जितनी ज़हमतो,तकलीफों और हुकूमत की ज्यादतियों के बारे में उनसे जानकारी लेने आए हैं।किसी प्रस्ताव रखने के सवाल पर कहा अब मुलाकात करने आए हैं देखते हैं आगे क्या आए हैं बातचीत होगी क्या सोचा है क्या गौर किया गया है क्या आगे का लाए अमल बनाया जाना है इस पर बातचीत होना है फिलहाल इस वक्त तो क्रत्सी मीटिंग समझिए और संजीदा और इसके आगे का प्रोग्राम बनाने की मीटिंग होगी।
ढाई साल जेल में रहने पर कहा सरासर जुल्म और ज्यादती और अन्याय जिसे कहा जाता है असल में जो अन्याय होता है वो आज़म ख़ान के साथ किया गया है।
मुलाकात के बाद वापसी पर मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि खुशी का इज़हार करने आए थे और जो ज़ुल्म और ज्यादती की है उसके लिए मुतहिद होकर आगे का लाए अमल तैयार करेंगे।आज़म ख़ान की जो बेगुनाहियों को 27 महीनों की सजा भुगतनी पड़ी है इसका हिसाब हुकूमत से लिया जाएगा।अल्लाह को बड़ा काम इनसे लेना है इसलिए हम लोगो के बीच रखा है दुआ करता हूं कि जिस काम की जरूरत है अल्लाह वो इनसे ले ले।
वहीं मुलाकात के बाद आज़म खान ने मेहमान नवाजी का पूरा हक अदा करते हुए मौलाना तौकीर रजा को मुमताज पार्क तक छोड़ने आए और गाड़ी में बैठाकर रवाना किया।हालांकि 814 दिन लगभग 27 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए आज़म खान की सेहत भी कमजोर है और उन्हें आराम और मेडिकल चेकअप की जरूरत है लेकिन उसके बावजूद भी जुम्मे के दिन से ही रामपुर पहुंचने के बाद से तमाम सियासी दिग्गजों चाहे किसी भी पार्टी से जुड़े हों जिसमें विधायक और सांसद,उलेमा,समाजसेवी और बड़े कारोबारी भी शामिल हैं लगातार मुलाकात का सिलसिला जारी है जो देर रात तक चलता है और घर के बाहर दूर तक गाड़ियों की लाइन लगी रहती है।