जदीद न्यूज़/सैफनी(रामपुर):-माहे रमज़ान की रुखसती का वक़्त आ गया है और ईद की तैयारियां जोरों पर हैं। मुस्लिम धर्म के सभी त्यौहार चाँद की तारीख से होते हैं। इस्लामिक कैलेण्डर के मुताबिक माहे रमज़ान नौवां महीना होता है जिसमे चंद्र दर्शन के अनुसार किसी वर्ष 29 दिन तो किसी वर्ष 30 दिन होते हैं। इस वर्ष माहे रमज़ान के पूरे 30 दिन हुए हैं।

क्योंकि देश भर में मौसम साफ होने के बाबजूद भी कहीं भी चाँद के दीदार नही हो सका जिसके कारण इस्लामिक कैलेण्डर का दसवां माह शब्बाल सोमवार से प्रारंभ होगा। दसवें माह शब्बाल की पहली तारीख को 30 या 29 रोज़े रखने के बाद अल्लाह की तरफ से रोज़ेदार को ईद के रूप में तोहफा दिया जाता है। ईद के दिन रोज़ा रखना मना है क्योंकि ईद के दिन शैतान का रोज़ा होता है। माह शब्बाल की एक तारीख को छोड़कर पूरे माह में 6 रोज़ा रखना सुन्नत है।

तो वहीँ रोजेदारों ने चांद को आसमान में बहुत ढूंढा लेकिन किसी को चाँद नज़र नही आया जबकि सऊदी अरब में आज दिखायी दिया चाँद, सऊदी में सोमवार को होगी ईद।गौरतलब है कि सऊदी अरब में ईद भारत से एक दिन पहले मनाई जाती है। इसलिये देशभर में ईद का त्योहार 3 मई मंगलवार को मनाया जाएगा।