आजम खान ने जिला कारागार पहुंचकर की अपने समर्थकों से मुलाकात।

शपथ तो लूंगा,कोशिश कर रहा हूं कि तबियत तो अच्छी नहीं है कि सफर कर सकूं:आज़म ख़ान

सुप्रीम कोर्ट ने वो हक़ अदा किया जो न मेरे साथ के,न धर्म के,न प्रदेश के,लेकिन इंसाफ के ताकाज़ो को सुप्रीम कोर्ट ने पूरा किया:आज़म ख़ान

विधायक अब्दुल्लाह आज़म और सैंकड़ों समर्थक भी रहे मौजूद।

रामपुर(मुजाहिद ख़ान):कद्दावर नेता आजम खान जो कि शुक्रवार को ही सीतापुर जेल से रिहा हुए थे उनके रिहाई के बाद से उनके घर पर मिलने वालों का तांता लगा हुआ है वहीं रविवार को दोपहर बाद आजम खान अपने बेटे विधायक अब्दुल्लाह आजम के साथ जिला कारागार में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मिलने जेल पहुंचे।

जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बात करते हुए आज़म खान ने कहा कि 20 दिन के अंदर हमारे साथ जो इतने बड़े अपराधी हो गए उनसे मिले हैं,बेगुनाहों से मिले हैं,मासूमों से मिले हैं,उनसे मिले हैं जिनके दिलों में सिर्फ धड़कनों के सिवाय कुछ भी नहीं है।आजाद हिंदुस्तान के बहुत कमजोर लोगों से मिले हैं और फिर कहना चाहते हैं कि इस छोटे से शहर में जो इतिहास लिखा गया है।और जो हमारे वकील कपिल सिब्बल साहब उनका शुक्रिया अदा करते हैं जिस तरीके से हमारे मुकदमे लड़े हैं इतनी बड़ी पैरवी की है एक वकील की पैरवी की है इतने बड़े शख्स ने हमारे जैसे आदमी जिस पर ईडी  की जांच बैठी हो जिससे यह पूछा गया कि विदेशों में कितने बैंक बैलेंस है कितनी कोठियां हैं कितनी फैक्ट्रियां हैं कितने होटल हैं जिसकी यह हैसियत भी नहीं थी कि वह 1 तारीख की फीस भी दे सकता हो उन्होंने वह हक अदा किया है जो लहू के रिश्ते भी नहीं कर सकते सुप्रीम कोर्ट ने वह हक अदा किया है जो मेरे साथ के थे न मेरे धर्म के थे लेकिन इंसाफ के हक को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा अदा किया है और इंसाफ के विधाता को जो पावर में मिली है उन्होंने उसका सही और जायज़ इस्तेमाल कर उससे उन्होंने यह साबित कर दिया है।कल सदन में जाने पर कहा कि कोशिश कर रहा हूं शपथ तो लूंगा लेकिन मेरी तबीयत अच्छी नहीं है कि सफर कर सकूं,कोशिश करूंगा।वहीं इशारों इशारों में सपा मुखिया अखिलेश यादव से अपनी नाराजगी को अप्रत्यक्ष रूप से घुमा फिरा कर जाहिर भी किया।समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म खान ने कहा कि जो लोग मुझसे मिलने आए उनका भी शुक्रिया और जो लोग किसी वजह से नहीं आ सके उनका भी शुक्रिया।मुझे जो मिला है वह न्यायपालिका से मिला है तभी तो मैं यहां पर खड़ा हूं।सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता कपिल सिब्बल की भी जमकर तारीफ की।

आजम खान ने कहा क्योकि मैं नाराज़ होने की हैसियत में नहीं हूं,इसलिए कि मुझे जो तहफुज्ज मिला है वो न्यायपालिका से मिला मिला है।तभी तो मैं यहां खड़ा हूं,आप जो कह रहे है सरासर में उस बात को नकारता हूँ,जो जितना भी कर सके मेरे लिए दूसरे राजनीतिक दलों के जिम्मेदारो ने कहा कि मेरे साथ वो तमाम उस परिवार के साथ वो परिवार नहीं जिनमें मेरे बीबी बच्चे है बल्कि मेरा राजनीतिक परिवार मेरे रामपुर का परिवार,सबने कहा है कि जुल्म हुआ है ना इंसाफी हुई है मैं सबका शुक्रिया अदा करता हूं मेरे ख्याल से तो भारतीय जनता पार्टी एमपी एमएलए ने भी मेरे बारे में शायद कोई ऐसा कमेंट या घटिया बात नही कही है जिसके लिए में उन्हें कुछ कहूं वो एक एजेंडा था।

कहा कि क्या कोई पूरे भारत वर्ष में इस बात पर यकीन कर लेगा एक यूनिवर्सिटी का फाउंडर स्कूलो का फाउंडर एक ऐसी तंग गली में रहने वाला जहां आपकी बड़ी मोटर नहीं जा सकती एक ऐसा शक्स जिसके पूरी दुनिया मे दो अकाउंट है और उसकी सैलरी के एक विधानसभा का एक पार्लियामेंट का बाकी जो कुछ है सब ले ले सरकार।वहीं मीडिया की तरफ इशारा करते हुए कहा अगर वो नम्बर एक माफ़िया है तो फिर माफिया की परिभाषा तैयार करनी पड़ेगी अब आप एक माफिया को इतनी इज्ज़त दे रहे है एक माफिया से लोग इतनी मोहब्बत कर रहे है उस माफिया के बारे में हो सके तो आप भी राय बदलियेगा।

सदन में जाने की बात पर कहा देखिए शपथ तो लूंगा कोशिश कर रहा हूं मेरी तबियत सही रहे मैं सफर कर सकू तबियत तो अच्छी नही है बरहाल कोशिश करूंगा।आगे कहा सदस्य तो मैं लोकसभा का भी था और जिन हालात में मैंने चुनाव जीता था आप जानते हैं सरकार प्रशासन पुलिस जो सत्ता दल थे जो हुआ था नंगा नाच किसने नहीं देखा था हां बस इतना हुआ साढे 3 लाख की लीड डेढ़ लाख की हुई तीन साढे 3 साल में मेंबर ऑफ पार्लियामेंट रहा इन 2 साल में जेल में था लेकिन मुझे रहने के लिए आवास नहीं दिया गया था।आजाद हिंदुस्तान का यह भी एक इकलौता इतिहास है विधानसभा मेरे लिए कोई नई जगह नहीं है दसवीं बार जाऊंगा उस हाउस में मैं चुना गया हूं क्यों नहीं जाऊंगा।अखिलेश यादव से नाराजगी पर कहा कि कुछ नाराजगी की मुझे तो कोई वजह समझ नहीं आती वह इसलिए क्योंकि नाराज होने के लिए कोई आधार चाहिए मैं खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आएगा।मेरा अपना ही कौन सा आधार है गरीब आदमी गली में रहने वाला हां एक खता हुई थी बच्चों के हाथ में कलम देना चाहा था और चाहा है वह मिशन आज भी जिंदा है अगर यूनिवर्सिटी गिरा भी दी जाएगी उस पर बुलडोजर चल भी जाएंगे तो टूटे हुए खंडाराहात बनी हुई इमारतों से ज्यादा इतिहास का हिस्सा बनेंगे और लोग उन्हें देखने आया करेंगे हमारे परिवार को और वह परिवार जो जेल के अंदर हैं और जो जेल से निकल गए हैं उनके किस्से कहानियां उनके वालीदेन उनके दादी,दादा,नानी नाना सुनाया करेंगे।वह बताएंगे कैसा अन्याय हुआ था हमारे किस्से सुनाएंगे हम पर हुए जुल्म की कहानियां सुनाई जाएंगी।

आजम खान ने जिला कारागार पहुंचकर की अपने समर्थकों से मुलाकात।

शपथ तो लूंगा,कोशिश कर रहा हूं कि तबियत तो अच्छी नहीं है कि सफर कर सकूं:आज़म ख़ान

सुप्रीम कोर्ट ने वो हक़ अदा किया जो न मेरे साथ के,न धर्म के,न प्रदेश के,लेकिन इंसाफ के ताकाज़ो को सुप्रीम कोर्ट ने पूरा किया:आज़म ख़ान

विधायक अब्दुल्लाह आज़म और सैंकड़ों समर्थक भी रहे मौजूद।

रामपुर(मुजाहिद ख़ान):कद्दावर नेता आजम खान जो कि शुक्रवार को ही सीतापुर जेल से रिहा हुए थे उनके रिहाई के बाद से उनके घर पर मिलने वालों का तांता लगा हुआ है वहीं रविवार को दोपहर बाद आजम खान अपने बेटे विधायक अब्दुल्लाह आजम के साथ जिला कारागार में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मिलने जेल पहुंचे।
जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बात करते हुए आज़म खान ने कहा कि 20 दिन के अंदर हमारे साथ जो इतने बड़े अपराधी हो गए उनसे मिले हैं,बेगुनाहों से मिले हैं,मासूमों से मिले हैं,उनसे मिले हैं जिनके दिलों में सिर्फ धड़कनों के सिवाय कुछ भी नहीं है।आजाद हिंदुस्तान के बहुत कमजोर लोगों से मिले हैं और फिर कहना चाहते हैं कि इस छोटे से शहर में जो इतिहास लिखा गया है।और जो हमारे वकील कपिल सिब्बल साहब उनका शुक्रिया अदा करते हैं जिस तरीके से हमारे मुकदमे लड़े हैं इतनी बड़ी पैरवी की है एक वकील की पैरवी की है इतने बड़े शख्स ने हमारे जैसे आदमी जिस पर ईडी की जांच बैठी हो जिससे यह पूछा गया कि विदेशों में कितने बैंक बैलेंस है कितनी कोठियां हैं कितनी फैक्ट्रियां हैं कितने होटल हैं जिसकी यह हैसियत भी नहीं थी कि वह 1 तारीख की फीस भी दे सकता हो उन्होंने वह हक अदा किया है जो लहू के रिश्ते भी नहीं कर सकते सुप्रीम कोर्ट ने वह हक अदा किया है जो मेरे साथ के थे न मेरे धर्म के थे लेकिन इंसाफ के हक को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा अदा किया है और इंसाफ के विधाता को जो पावर में मिली है उन्होंने उसका सही और जायज़ इस्तेमाल कर उससे उन्होंने यह साबित कर दिया है।कल सदन में जाने पर कहा कि कोशिश कर रहा हूं शपथ तो लूंगा लेकिन मेरी तबीयत अच्छी नहीं है कि सफर कर सकूं,कोशिश करूंगा।वहीं इशारों इशारों में सपा मुखिया अखिलेश यादव से अपनी नाराजगी को अप्रत्यक्ष रूप से घुमा फिरा कर जाहिर भी किया।समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म खान ने कहा कि जो लोग मुझसे मिलने आए उनका भी शुक्रिया और जो लोग किसी वजह से नहीं आ सके उनका भी शुक्रिया।मुझे जो मिला है वह न्यायपालिका से मिला है तभी तो मैं यहां पर खड़ा हूं।सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता कपिल सिब्बल की भी जमकर तारीफ की।
आजम खान ने कहा क्योकि मैं नाराज़ होने की हैसियत में नहीं हूं,इसलिए कि मुझे जो तहफुज्ज मिला है वो न्यायपालिका से मिला मिला है।तभी तो मैं यहां खड़ा हूं,आप जो कह रहे है सरासर में उस बात को नकारता हूँ,जो जितना भी कर सके मेरे लिए दूसरे राजनीतिक दलों के जिम्मेदारो ने कहा कि मेरे साथ वो तमाम उस परिवार के साथ वो परिवार नहीं जिनमें मेरे बीबी बच्चे है बल्कि मेरा राजनीतिक परिवार मेरे रामपुर का परिवार,सबने कहा है कि जुल्म हुआ है ना इंसाफी हुई है मैं सबका शुक्रिया अदा करता हूं मेरे ख्याल से तो भारतीय जनता पार्टी एमपी एमएलए ने भी मेरे बारे में शायद कोई ऐसा कमेंट या घटिया बात नही कही है जिसके लिए में उन्हें कुछ कहूं वो एक एजेंडा था।
कहा कि क्या कोई पूरे भारत वर्ष में इस बात पर यकीन कर लेगा एक यूनिवर्सिटी का फाउंडर स्कूलो का फाउंडर एक ऐसी तंग गली में रहने वाला जहां आपकी बड़ी मोटर नहीं जा सकती एक ऐसा शक्स जिसके पूरी दुनिया मे दो अकाउंट है और उसकी सैलरी के एक विधानसभा का एक पार्लियामेंट का बाकी जो कुछ है सब ले ले सरकार।वहीं मीडिया की तरफ इशारा करते हुए कहा अगर वो नम्बर एक माफ़िया है तो फिर माफिया की परिभाषा तैयार करनी पड़ेगी अब आप एक माफिया को इतनी इज्ज़त दे रहे है एक माफिया से लोग इतनी मोहब्बत कर रहे है उस माफिया के बारे में हो सके तो आप भी राय बदलियेगा।
सदन में जाने की बात पर कहा देखिए शपथ तो लूंगा कोशिश कर रहा हूं मेरी तबियत सही रहे मैं सफर कर सकू तबियत तो अच्छी नही है बरहाल कोशिश करूंगा।आगे कहा सदस्य तो मैं लोकसभा का भी था और जिन हालात में मैंने चुनाव जीता था आप जानते हैं सरकार प्रशासन पुलिस जो सत्ता दल थे जो हुआ था नंगा नाच किसने नहीं देखा था हां बस इतना हुआ साढे 3 लाख की लीड डेढ़ लाख की हुई तीन साढे 3 साल में मेंबर ऑफ पार्लियामेंट रहा इन 2 साल में जेल में था लेकिन मुझे रहने के लिए आवास नहीं दिया गया था।आजाद हिंदुस्तान का यह भी एक इकलौता इतिहास है विधानसभा मेरे लिए कोई नई जगह नहीं है दसवीं बार जाऊंगा उस हाउस में मैं चुना गया हूं क्यों नहीं जाऊंगा।अखिलेश यादव से नाराजगी पर कहा कि कुछ नाराजगी की मुझे तो कोई वजह समझ नहीं आती वह इसलिए क्योंकि नाराज होने के लिए कोई आधार चाहिए मैं खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आएगा।मेरा अपना ही कौन सा आधार है गरीब आदमी गली में रहने वाला हां एक खता हुई थी बच्चों के हाथ में कलम देना चाहा था और चाहा है वह मिशन आज भी जिंदा है अगर यूनिवर्सिटी गिरा भी दी जाएगी उस पर बुलडोजर चल भी जाएंगे तो टूटे हुए खंडाराहात बनी हुई इमारतों से ज्यादा इतिहास का हिस्सा बनेंगे और लोग उन्हें देखने आया करेंगे हमारे परिवार को और वह परिवार जो जेल के अंदर हैं और जो जेल से निकल गए हैं उनके किस्से कहानियां उनके वालीदेन उनके दादी,दादा,नानी नाना सुनाया करेंगे।वह बताएंगे कैसा अन्याय हुआ था हमारे किस्से सुनाएंगे हम पर हुए जुल्म की कहानियां सुनाई जाएंगी।

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