रामपुर(मुजाहिद खान):जिले में 10 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक पोषण एवं स्वास्थ्य के दृष्टिगत सर्वे हेतु विशेष अभियान चलाया जायेगा।
जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर गर्भवती महिलाएं,धात्री महिला,नव विवाहिताओं के पोषण,लाल एवं पीली श्रेणी के बच्चे,नवविवाहिता एवं किशोरी बालिकाओं का सर्वे किया जायेगा।और स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की जानकारी जुटाएंगी।
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय पोषण मिशन की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के बारे में समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण एवं स्वास्थ्य से जुडे़ विभिन्न मानकों के अनुसार वास्तविक डेटा का संग्रह करके स्वास्थ्य एवं पोषण की समस्या से ग्रस्त महिला,बच्चें एवं किशोरियों को सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार लाभ पहॅुचाया जायेगा।
स्वार परियोजना क्षेत्र में 482 आंगनवाड़ी केन्द्रों के अन्तर्गत पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत कराए गए सर्वे कार्य के तहत तैयार किए गए डेटा की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि स्वार परियोजना क्षेत्र की तर्ज पर ही पूरे जनपद में एक माह यह अभियान चलाया जायेगा जिसमें किशोरी,गर्भवती,धात्री एवं कुपोषित बच्चों के चिन्हीकरण के साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां ऐसे परिवारों का सर्वे भी करेंगी जो शौचालय का उपयोग नहीं करते है।उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य के उपरान्त चिन्हित किए जाने वाले अतिकुपोषित बच्चों के परिवार को पात्रता के अनुसार राशन कार्ड एवं जाॅब कार्ड सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी तथा ऐसे परिवार जो खुले में शौच के लिए जाते है वे यदि पात्र है तो शौचालय के निर्माण की व्यवस्था एवं यदि आर्थिक रूप से सक्षम है तो उन्हें जागरूक करके शौचालय का महत्व बताते हुए उसका निर्माण कराने के लिए प्रेरित किया जायेगा।महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े अत्यन्त महत्वपूर्ण पहलू पर भी प्रशासनिक स्तर से गंभीरता पूर्वक कदम उठाए जा रहे हैं,इसके तहत उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को महिलाओं द्वारा सैनेटरी नैपकिन के उपयोग एवं इस दौरान आने वाली समस्याओं का सर्वे व जागरूकता कार्य के बारे में भी निर्देशित किया।
तत्पश्चात जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने पोषण माह के दौरान बेहतर कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा कहा कि वे एएए को प्रभावी तरीके से साकार करते हुए आशा एवं एएनएम से जुड़े डेटा एवं कार्यों की भी सामान्य जानकारी रखें तथा इसी प्रकार आशा एवं एएनएम की भी यह जिम्मेदारी है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यों के बारे में सामान्य जानकारी रखें ताकि परस्पर सहयोगात्मक व्यवस्था के अन्तर्गत पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़े शासन के निर्देशों का शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत सफलता पूर्वक क्रियान्वयन सम्भव हो सके।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार ने पोषण माह के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से आयोजित की गई दैनिक गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
जनपद में पोषण माह के दौरान पोषण वाटिका बनाए जाने की स्थिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ऐसे आंगनवाड़ी केन्द्र एवं परिषदीय विद्यालय जहाॅ पोषण वाटिका हेतु पर्याप्त स्थान है वहाॅ अनिवार्य रूप से पोषण वाटिका बनायी जाय ताकि बच्चे एवं उनके अभिभावक औषधीय महत्व के पौधों की उपयोगिता को समझ सकें तथा वे प्रेरित होकर अपने घर के आस-पास भी ऐसे पौधों का रोपण कर सके।
मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प के अन्तर्गत निर्धारित मानकों के अनुसार निर्माण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है तथा इस दौरान विद्यालय परिसर में स्थित आंगनवाड़ी केन्द्रों पर भी विभिन्न व्यवस्थाओं का दुरूस्त होना जरूरी है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सुबोध कुमार शर्मा,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी,जिला पंचायतराज अधिकारी वीरेन्द्र सिंह एवं डीसी मनरेगा प्रभुदयाल भी मौजूद रहे।




















































