गाजीपुर बॉर्डर पर शनिवार को आत्महत्या करने वाले रामपुर के किसान कश्मीरी सिंह की परिजनों ने की अंत्येष्टि।
किसानों ने मंत्री सहित भाजपा नेताओं पर वीडियो वॉयरल कर अंत्येष्टि में शामिल होने पर लगाई पाबंदी।
रामपुर(मुजाहिद खान):दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर आत्महत्या करने वाले बुजुर्ग किसान के शव का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया।शव के अन्तिम संस्कार में काफी किसान नेता और स्थानीय लोग शामिल हुए।पहले शव पर तिरंगा डाला गया फिर शव ले जाया गया।
आपको बता दे कि दिल्ली की सीमाओं पर 38 दिन से चल रहे किसानों के विरोध के बीच शनिवार को एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी।मृत बुजुर्ग किसान का नाम कश्मीर सिंह था। वो रामपुर बिलासपुर के ग्राम पसियापूरा के निवासी थे।किसान कश्मीर सिंह ने आत्महत्या से पहले एक कथित सुसाइड नोट छोड़ा है,जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर एक अपील भी लिखी है।कल शव जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए पहुँचने पर किसानों ने केंद्र सरकार के ख़िलाफ जमकर नारेबाजी की थी और किसानों में आक्रोश था हालांकि जिला अस्पताल से लेकर म्रतक किसान के घर तक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे।अंत्येष्टि में कांग्रेस पूर्व विधायक संजय कपूर और उत्तराखंड की पूर्व वित्त मंत्री कांग्रेस नेत्री इंदिरा हृदयेश भी पहुंची,जबकि किसानो ने भाजपा नेताओं के अंत्योष्टि में आने पर पाबंदी और मंत्री औलख सहित भाजपा नेताओं का विरोध करने और जुता परेड करने का वीडियो वॉयरल भी किया था।इंदिरा हृदयेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ना समझी का एजेंडा दिखाई दे रहा है मुझे,उन्होंने किसानों की मांग को वाजिब बताते हुए कहा लाखों किसान बॉर्डर पर बैठा है घोर ठंड में तो सभी तो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं सभी राजनीतिक पार्टियों से भी नहीं है आम किसान समझ रहा है कि उसके पेट पर लात मारी गई है।कहा आज भी किसान को बोए हुए अनाज के बदले में जो खर्च हुआ है वह भी नहीं मिल रहा है किसान खुशहाल नहीं होगा तो देश खुशहाल नहीं होगा आर्थिक तरक्की नहीं हो सकती,किसान के हक में एक ही बात है कि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल जाए जिससे सरकार बच रही है।अंत्योष्टि में बड़ी संख्या में किसान,ग्रामीण और सियासी लोग शामिल रहे और नम आंखों से विदाई दी।























































