दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए किसानों की बनाई जाएंगी कमेटियां:हसीब अहमद
भाकियू टिकैत ने प्रदर्शन कर पीएम के नाम का सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन।
रामपुर(मुजाहिद खान): भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने तीनों कृषि बिलों के विरोध में प्रदर्शन किया और वापस लेने व एमएसपी पर कानून बनाने की मांगो को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।किसानों ने संकल्प लिया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाति उनका आंदोलन जारी रहेगा|
किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष हसीब अहमद के नेतृत्व में सिविल लाइंस स्थित कार्यालय पर एकत्र हुए और तीनों कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने संकल्प लिया कि जब तक तीनों कृषि बिल वापस नहीं हो जाते उनका आंदोलन जारी रहेगा।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए किसानों की कमेटियां बनाई जाएंगी बाद में किसानों के कॉल पर नगर मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी ज्ञापन लेने किसानों के बीच पहुंचे।ज्ञापन में कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा 5 जून को लागू किए गए अध्यादेशों का देश के किसान विरोध कर रहे हैं।वहीं सरकार द्वारा इन अध्यादेशों को एक देश एक बाजार के रूप में कृषि सुधार की दशा में एक बड़ा कदम बता रही है।वहीं भारतीय किसान यूनियन इन अध्यादेशों को कृषि क्षेत्र में कंपनी राज के रूप में देख रही है।ज्ञापन में कहा है कि किसानों को इन कानून से कंपनी की बन्धुआ बनाए जाने जाने का खतरा सता रहा है।कृषि में कानून नियंत्रण,मुक्त विपणन,भंडारण,आयात-निर्यात,किसान हित में नहीं है।इसका खामियाजा देश के किसान विश्व व्यापार संगठन के रूप में भी भुगत रहे हैं।उसमें पुराने कानून का हवाला देते हुए कहा कि देश में 1943-44 में बंगाल के सूखे के समय ईस्ट इंडिया कंपनी के अनाज भंडारण के कारण 40 लाख लोग भूख से मर गये थे।न्यूनतम समर्थन मूल्य को सभी फसलों पर(फल और सब्जी) लागू करते हुए कानून बनाने,समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीदी को अपराध की श्रेणी में शामिल करने की मांग की है।
इस मौक़े पर चौधरी राजपाल सिंह,राहत खान,अमृतपाल,सुभाष चंद शर्मा,राकेश शर्मा,वीरेंद्र गंगवार,महेश बाबू,मोहम्मद अहसान,सिराज अहमद, खुशीराम यादव,हाजी महबूब,साबिर अली,रियासत अली,विनोद यादव,विरेंद्र सिंह होरीलाल,अमीर अहमद,सलामत,छिद्दा नेता आदि किसान शामिल रहे।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.)