दुनिया की सबसे पड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको के दो फैसिलिटी सेंटरों पर शनिवार को ड्रोन से हमला किया गया। सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया, ”अरामको के औद्योगिक सुरक्षा दलों ने अब्कैक और खुरैस में अपने संयंत्रों में ड्रोन हमले के कारण लगी आग से निपटना शुरू कर दिया है।” उसने कहा, ”दोनों संयंत्रों में आग पर काबू पा लिया गया है।”
सऊदी अरामको दुनिया की कच्चे तेल की सबसे बड़ी कंपनी है। इससे पहले सऊदी के एक उपग्रह समाचार चैनल ने देश के पूर्वी हिस्से में स्थित सऊदी अरामको केंद्र में विस्फोट होने और आग लगने की खबर दी थी। सऊदी अरब के गृह मंत्री ने कहा कि अरामको के फैसिलिटी सेंटर्स पर हुए ड्रोन हमलों के चलते आग लगी थी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘तड़के 4 बजे औद्योगिक सुरक्षा बलों की टीमों ने फायरिंग का जवाब दिया। अबकैक और खुराइस स्थित फैसिलिटी सेंटर्स पर ड्रोन अटैक हुआ था।’
#BREAKING: Largest ever attack against Oil facilities #SaudiArabia's #Aramco is carried-out by Loitering drones launched from #Iraq in support of #Houthi rebels in #Yemen. As its result two Aramco's facilities were hit 4 times in #Buqayq/#Abqaiq early morning. Here is the video pic.twitter.com/Gcw0Hsg8vB
— Babak Taghvaee (@BabakTaghvaee) September 14, 2019
दोनों ही मामलों में आग पर काबू पा लिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल देश के पूर्वी हिस्से में हुए ड्रोन अटैक को लेकर जांच की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर इन हमलों के पीछे कौन था। बता दें कि पिछले महीने भी अरामको के नैचरल गैस के फैसिलिटी सेंटर पर भी अटैक हुआ था। हालांकि इसमें किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था। इस अटैक की जिम्मेदारी यमन के हथियारबंद हूथी विद्रोही संगठन ने ली थी।
अल-अरबिया दुबई चेनल की खबरों के अनुसार ईस्टर्न प्रांत में दम्माम के समीप बुकयाक में शनिवार तड़के आग लगने की खबर आई थी। चैनल ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी।
इससे पहले भी अरामको को आतंकवादी निशाना बनाते रहे हैं। अल-कायदा के आत्मघाती विस्फोटकों ने 2006 में भी इस तेल कंपनी पर हमला करने की कोशिश की थी लेकिन वे नाकाम रहे थे।