चंदू चौव्हान (फाइल फोटो सोर्स सोशल मिडिया )

चव्हाण सड़क हादसे में घायल हो गए थे. उनके चेहरे और खोपड़ी में गंभीर चोटें आई हैं. चार दांत भी टूट गए हैं. भौंह, ओंठ पर भी चोटें आई है और अभी भी वह अस्पताल में भर्ती है. यह हादसा सड़क पर गड्ढे की वजह से तब हुआ जब वह मोटरसाइकिल से अपने गृहनगर बोहरीवीर जा रहे थे. हेलमेट नहीं पहने होने की वजह से अधिक चोटें आईं.

धुले: (जदीद न्यूज़ ) जवान चंदू चव्हाण ने सेना पर लगातार उसका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस्तीफा देने जा रहे हैं. 2016 में वह गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे उन्होंने कहा कि “जब से मैं पाकिस्तान से लौटा हूं लगातार सेना की ओर से उत्पीड़न किया जा रहा है और मुझे संदिग्ध दृष्टि से देखा जाता है, इसलिए मैंने सेना छोड़ने का फैसला किया है.”

 जवान चंदू चव्हाण
अस्पताल में परिजनों के साथ जवान चंदू चव्हाण

पिछले महीने चव्हाण सड़क हादसे में घायल हो गए थे. उनके चेहरे और खोपड़ी में गंभीर चोटें आई हैं. चार दांत भी टूट गए हैं. भौंह, ओंठ पर भी चोटें आई है और अभी भी वह अस्पताल में भर्ती है. यह हादसा सड़क पर गड्ढे की वजह से तब हुआ जब वह मोटरसाइकिल से अपने गृहनगर बोहरीवीर जा रहे थे. हेलमेट नहीं पहने होने की वजह से अधिक चोटें आईं.

उत्पीड़न से परेशान होकर पाकिस्तान की सीमा में गलती से जाने वाले जवान ने किया सेना छोड़ने का ऐलान
घायल अवस्था में चंदू चौव्हान

सूत्रों ने बताया कि चव्हाण ने अपना त्याग पत्र अहमनगर स्थित सैन्य टुकड़ी के कमांडर को भेज दिया है. चव्हाण को पाकिस्तानी रेंजर्स ने करीब चार महीने तक अपने कब्जे में रखा और बेरहमी से पीटा एवं यातना दी और मरणासन्न हालत में भारत को सौंपा था.

उत्पीड़न के आरोपों पर सेना की सफाई
सेना ने सफाई देते हुए एक बयान में कहा है कि चंदू के खिलाफ पांच मामले चल रहे हैं. उन्होंने आम चुनावों में राजनीतिक पार्टियों के समर्थन में प्रचार किया जिसने काफी सुर्खियां बटोरीं. इस संबंध में शिकायत भी की थी.

सेना ने कहा, ”हाल ही में यूनिट लाइंस के पास चंदू चव्हाण को शराब के नशे में पाया गया था. जब तक उनके खिलाफ अनुशासनात्मक जांच चल रही है वे 3 अक्टूबर 2019 से बिना छुट्टी लिए यूनिट से बाहर हैं. सेना ऐसे किसी भी गैर अनुशासनात्मक रवैये को बर्दाश्त नहीं करती है.”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here