भीखनपुर ईदगाह में ईद की नमाज अदा, हजारों लोगों ने मांगी अमन-शांति की दुआ
संवाददाता आरिफ मियां
भीखनपुर/कुन्दरकी। रमजान के पूरे महीने की इबादत और रोजों के बाद सोमवार को भीखनपुर ईदगाह में ईद-उल-फित्र की नमाज अदा की गई। नमाज में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए और अल्लाह का शुक्र अदा किया। नमाज की इमामत शाही मस्जिद भीखनपुर के इमाम हाफिज फहीम कादरी जोकर, इमाम फैजान राजा नूरी और इमाम मोहम्मद फहीम ने की।
ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद देश और दुनिया में अमन-चैन, भाईचारे और खुशहाली के लिए विशेष दुआ की गई। इमामों ने अपने खुतबे में भाईचारे और आपसी सौहार्द्र को मजबूत करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ईद का दिन सिर्फ खुशी का ही नहीं, बल्कि ग़रीबों, यतीमों और जरूरतमंदों की मदद करने का भी है।
समाजसेवियों और प्रशासन का सराहनीय योगदान
ईदगाह में नमाज के आयोजन में समाजसेवी डॉ. शाहिद अली का विशेष योगदान रहा। हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने नमाजियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा और सभी व्यवस्थाओं में सहयोग किया। ईदगाह परिसर को पहले से साफ-सुथरा कर सजाया गया था और नमाजियों के लिए पानी और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी।
नमाज के दौरान शहर की कई नामी-गिरामी हस्तियां और धार्मिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। भारतीय मोदी आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद आरिफ, मुस्लिम मोर्चा के अब्बास प्रधान, नवाब प्रधान, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अजमत अली, डॉ. शाकिर अली, समाजसेवी नूर अली ठेकेदार, जुबेर, डॉ. ओवैस, तसव्वर दुकानदार और अच्छामियां समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
ईदगाह में बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस प्रशासन की ओर से चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी गई और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया।
ईद की मुबारकबाद और गले मिलकर दी बधाइयां
नमाज के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते नजर आए। छोटे-बड़े सभी ने अपने परिजनों और दोस्तों के साथ मिलकर ईद की खुशियां बांटी। बच्चों में ईद को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला, वे नए कपड़े पहनकर नमाज में पहुंचे और नमाज के बाद उन्हें ईदी भी मिली।
बाजारों में रही रौनक, मेले जैसा माहौल
ईद के मौके पर शहर के बाजारों में खासा उत्साह देखने को मिला। मिठाइयों की दुकानों पर सुबह से भीड़ रही, जबकि सेवइयों और अन्य ईद से जुड़ी चीजों की बिक्री पूरे दिन जारी रही। शहर के कई इलाकों में छोटे-बड़े मेलों का आयोजन किया गया, जहां बच्चे झूले झूलते और तरह-तरह की खरीदारी करते नजर आए।
भाईचारे और एकता का संदेश
ईदगाह में नमाज और दुआ के दौरान यह संदेश दिया गया कि ईद सिर्फ मुसलमानों की ही नहीं, बल्कि पूरी इंसानियत की खुशी का दिन है। इमामों और धर्मगुरुओं ने बताया कि इस्लाम हमें मोहब्बत, इंसाफ और भाईचारे का पैगाम देता है। सभी लोगों को चाहिए कि वे नफरतों को भुलाकर आपसी प्रेम और सौहार्द्र को मजबूत करें।