जहाँ नारी सशक्त और स्वाबलंबी नहीं है वहाँ न नर सुरक्षित है और न नारायण सुरक्षित है।
जहाँ नारी का सम्मान नहीं होता वहाँ मनुष्य पशु समान होगा।
“वर्तमान एवं ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में नारी सुरक्षा,नारी सम्मान एवं नारी स्वाभिमान” विषय पर रज़ा डिग्री कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन।
रामपुर(मुजाहिद खान):राजकीय रज़ा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत ”वर्तमान एवं ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में नारी सुरक्षा,नारी सम्मान एवं नारी स्वाभिमान” विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा करते हुए डॉ दीपा अग्रवाल एसोसिएट प्रोफेसर अर्थशास्त्र विभाग ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्राचीन काल में महिलाओं को अत्यंत स्वतंत्रता प्राप्त थी लेकिन मध्यकाल में उनका शोषण बढ़ता चला गया और आधुनिक समय में उस क्षतिपूर्ति को दूर कर उनके सशक्तिकरण के प्रयास किए जा रहे हैं।इसी के साथ मुख्य वक्ता डॉ संजीव कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर कुमारी मायावती राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बादलपुर गौतम बुध नगर ने अपने वक्तव्य में कहा कि शंकराचार्य ने अपने दर्शन में बताया कि जहाँ नारी सशक्त नहीं है नारी स्वाबलंबी नहीं है वहां न नर सुरक्षित है और न नारायण सुरक्षित है।कहा कि महावीर स्वामी कहते हैं कि जहां नारी का सम्मान नहीं होता वहां मनुष्य पशु समान होगा।आगे कहा कि दयानंद सरस्वती कहते थे कि जिस आंगन में स्त्री का निवास नहीं वह आंगन नर्क के समान है,और मुंशी प्रेमचंद ने कहा है कि स्त्री पुरुष से उतनी ही श्रेष्ठ है जितना प्रकाश अंधकार से।मैंने कहा कि सरकार अनुशासन स्थापित करने के लिए बनी है समाज में संस्कार स्थापित करने का काम परिवार,विद्यालय,महाविद्यालय एवं समाज के लिए स्थापित कल्याणकारी संगठनों का है।कहा कि आज हमने धर्म को संप्रदाय में बदल दिया है जिससे समाज में सांप्रदायिकता बढ़ती जा रही है।जब तक हमारे महिलाओं के संबंध में विचार नहीं बदलेंगे तब तक हम अपने पुराने गौरव को नहीं प्राप्त कर सकेंगे।आगे कहा कि वेदों में कहा गया है नारी ही घर है उससे ही घर में समृद्धि,धर्म,शांति एवं पूर्णता है।प्राचीन काल में महिलाओं के बिना यज्ञ नहीं हो सकता था जबकि सीता ने राम के बिना यज्ञ किया था इससे यह पता लगता है कि उस समय महिला कितनी शक्तिशाली थी।
इस अवसर पर कार्यक्रम की संचालक डॉ बेबी तबस्सुम ने कहा कि मिशन शक्ति कार्यक्रम शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर 2020 से आरम्भ होकर ग्रीष्म नवरात्र तक होगा।
अंत में डॉ अजय विक्रम सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया और राष्ट्रगान के बाद इस कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ बेबी तबस्सुम ने किया और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी के वार्ष्णेय एवं सभी अध्यापक कार्यक्रम में उपस्थित रहे।