भारत की जानी-मानी यूनीवर्सिटी JNU में आज कुछ नकाबपोश हथियारों से लैस होकर कैम्पस में घुस आये और स्टूडेंट और टीचर्स को मारा पीटा जिसमें लोग बुरी तरह घायल होगये हैं. गुंडों के इस हमले में JNUSU की अध्यक्ष आयुशी घोष बुरी तरह घायल होगई हैं.
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक 6 बजे के आसपास लगभग 50 लोग हाथों में होकीलोहे की राड या लाठी लिए हुए आये और होस्टल पर पत्थर मारे और स्टूडेंट को भी मारा पीटा. इस हमले में घायल लगभग 15 लोगों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है.
भीड़ ने एक जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन के विक्रमादित्य की पत्नी को दौड़ाया और उनके घर का दरवाज़ा तोड़ने की कोशिश की और रात दुबारा आने की धमकी भी दी. प्रोफेसर के फोन करने के बावजूद ना पुलिस आई ना कोई कैम्पस सिक्योरिटी आयी.
I am so shocked to know abt the violence at JNU. Students attacked brutally. Police shud immediately stop violence and restore peace. How will the country progress if our students will not be safe inside univ campus?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 5, 2020
लेफ्ट पार्टी का आरोप है कि यह हमला ABVP के गुंडों ने किया जिसमें छत्र-छात्राएं एंव शिक्षक भी बुरी तरह घायल हो गये हैं. टीचर्स का कहना है कि जिस तरह से वाइस चांसलर यूनिवर्सिटी को चला रहे हैं यहाँ के हालात और बुरे होते जा रहे हैं. कैम्पस का डेमोक्रेटिक माहोल खत्म होता जारहा है.
ऐसा पहली बार हुआ है कि जेएनयू कैम्पस में नकाबपोश इतनी तादात में घुस आये हों और कोई सिक्युरिटी या पुलिस ना आई हो यहाँ तक कि टीचर्स तक को मारा गया हो और JNU प्रशासन ने कोई खबर ना ली हो ना कोई ट्वीट या अफ़सोस जताया हो. वाइस चांसलर हर बात पर ट्वीट करते रहते हैं मगर इस घटना पर कोई अफ़सोस या कंडेम का कोई ट्वीट नहीं किया है, इस से ऐसा लगता है कि कहीं इस हमले में वीसी का तो हाथ नहीं है.