जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के विरोध में मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन में ‘Free Kashmir’ का पोस्टर दिखाई दिया है. इसके बाद से बवाल मच गया है. पुलिस का कहना है कि उसने संज्ञान ले लिया और इसकी जांच कर रही है. वहीं, इसको लेकर राजनेतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने इस पोस्टर को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए पूछा कि ‘क्या आप इसे बर्दाश्त करेंगे?’
Sanjay Raut,Shiv Sena: I read in newspaper that those who held 'free Kashmir' banner clarified that they want to be free of restrictions on internet services,mobile services and other issues. Also, if anyone talks of freedom of Kashmir from India then it will not be tolerated. pic.twitter.com/Mi03MkQ3JU
— ANI (@ANI) January 7, 2020
फडणवीस के बयान के बाद शिवसेना नेता संजय राउत का बयान आया है. राउत ने पोस्टर का बचाव करते हुए कहा, ‘मैंने समाचार पत्र में पढ़ा है कि ‘आज़ाद कश्मीर’ पोस्टर पकड़ने वालों ने स्पष्ट किया है कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं और अन्य मुद्दों पर लगी प्रतिबंध से आजादी की बात कर रहे हैं.’ साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, अगर कोई भारत से कश्मीर की आजादी की बात करता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इधर इस मामले में मुंबई में ज़ोन 1 के DCP संग्रामसिंह निशानदार के अनुसार, “सोमवार रात को गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान देखे गए ‘फ्री कश्मीर’ पोस्टर को हमने गंभीरता से लिया है. वह उसकी जाँच करेंगे.
हिंसा के विरोध में रविवार रात से मुंबई के गेटवे ऑफ इंडि या पर आंदोलन कर रहे छात्रों को पुलिस ने मंगलवार की सुबह जबरन हटाया है. इन छात्रों को जबरदस्ती उठा उठाकर पुलिस की गाड़ी में डाला गया. प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने आज़ाद मैदान शिफ्ट कर दिया है. पुलिस की दलील है कि गेटवे ऑफ इंडिया में प्रदर्शन के चलते ट्रैफिक की समस्या आ रही थी. आपको बता दें कि JNU में हिंसा के विरोध में रविवार रात से ही गेटवे ऑफ इंडिया पर लोग प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें छात्र एंव बालीवुड से जुड़े लोग भी शामिल हुए थे.