केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए रच रही षड्यंत्र।सरकार की हर साजिश को करना है नाकाम:हसीब
गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए भाकियू(टिकैत) के पदाधिकारियों ने गाँवो में डाला डेरा।
रामपुर(मुजाहिद खान): कृषि बिल का विरोध और बिलों को वापस लिए जाने के लिए आंदोलन कर रहे किसानों ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में शामिल होने के लिए कमर कस ली है।जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने गांव -गांव डेरा डाल दिया है और किसानों को तीनों कृषि बिलों से होने वाले नुकसान से भी रूबरू कराया जा रहा है।जबकि एहतियात के तौर पर नोगवा गांव में पुलिस भी तैनात कर दी गई।
तीनों कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने एक राय होकर दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में ट्रैक्टरों सहित शामिल होने का फैसला लिया है और ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए किसानों ने कमर कस ली है।जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अलीनगर,फैजुल्ला नगर,दुर्गनगला समेत कई गांवों का भ्रमण कर प्रत्येक गांव से एक ट्रैक्टर और 11-11 किसानों के शामिल होने की अपील की।इसके साथ ही किसानों का काफिला नोगवा गांव पहुंचा और आयोजित पंचायत में जिलाध्यक्ष हसीब ने अपील की कि किसान तीनों काले कानून वापस कराने के लिए हर तरह से तैयार रहें।केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रच रही है।हमें सरकार की हर साजिश को भी नाकाम करना है।वहीं नोगवा गांव में किसानों की पंचायत की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारियों में खलबली मच गई और एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस तैनात करनी पड़ी।
इस मौके पर ग्राम अध्यक्ष नोगांव इरशाद प्रधान,अंजार हुसैन,राजेश सैनी,हनीफ अंसारी,प्रेम बाबू,पटवाई प्रभारी नासिर अली,मोहम्मद आलम,विनोद यादव,मुस्तकीम,होरीलाल,नल सिंह यादव,जेपी सागर भी मौजूद रहे।
इसके साथ ही जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के मुताबिक जिला,ब्लॉक,तहसील स्तर के पदाधिकारियों को अलग-अलग गांवों में भेज दिया है ताकि वह अपनी मौजूदगी में दिल्ली कूच करने की तैयारी कराएंगे।