अचेत युवती को अपने स्वयं के हाथों में लादकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रविष्ट होते सैफनी थाना अध्यक्ष

जदीद न्यूज़। सैफनी/रामपुर। कहने को तो पुलिस से हर कोई खौफ खाता है, और पुलिस के बारें में ये कहाबत बहुत मशहूर है कि पुलिस की न दोस्ती अच्छी और न बैर।

जंगल में बेसुध पड़ी युवती के लिए संजीवनी बने थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोलंकी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहाबाद में युवती का निरीक्षण करते डॉक्टर

लेकिन सैफनी पुलिस ने इन सारे मिथक को तोड़कर अपना फर्ज निभाते हुए इंसानियत की एक नई मिसाल पेश की है। नगर के समीप ग्राम करनपुर से लगभग 2 या ढाई किलोमीटर की दूरी पर रामगंगा नदी के तट पर अचेतावस्था में भीगी हुई एक युवती को अपनी सरकारी वाहन से चिकित्सालय पहुँचा कर उसकी जान बचाई, और परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

जंगल में बेसुध पड़ी युवती के लिए संजीवनी बने थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोलंकी

    घटनास्थल पर अचेत युवती को रिकवर करने का प्रयास करते हुए पुलिस और परिजन

ज्ञात जानकारी के मुताबिक सैफनी थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार सोलंकी को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम करनपुर के जंगलों में नदी के किनारे पर कोई युवती बेहोश पड़ी है, सूचना पाकर बिना कोई देरी किये सैफनी पुलिस बल, थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में घटनास्थल की ओर निकल पड़ा। वहां जाकर देखा तो एक लगभग 22 वर्षीय युवती करनपुर गांव से दो या ढाई किलोमीटर की दूरी पर रामगंगा नदी के किनारे पर पूरी तरह भीगी हुई बेहोश अवस्था में  पड़ी थी।

जंगल में बेसुध पड़ी युवती के लिए संजीवनी बने थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोलंकी
अचेत युवती को अपने स्वयं के हाथों में लादकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रविष्ट होते सैफनी थाना अध्यक्ष

घटनास्थल पर पुलिस के अलावा खोज करते हुए युवती के परिजन व अन्य ग्रामीण भी आ गए थे। थाना प्रभारी ने बारिश में अपने कर्तव्यपालन का मान रखते हुए तुरंत युवती को अपने हाथों में रखकर अपनी सरकारी गाड़ी से शाहबाद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहाँ युवती का उपचार कराने के पश्चात उसको होश आ गया, परिजनों की मौजदूगी में युवती ने बताया कि वह शनिवार की सुबह 6 बजे अपने घर लहटौरा से शौच करने जंगल में निकली थी, लेकिन किसी अदृश्य शक्ति ने उसको अपनी ओर खींच लिया औऱ भटका कर नदी किनारे पहुँचा दिया।  वहाँ जाकर वह युवती बेहोश हो गयी। परिजनों ने भी युवती की इस बात की पुष्टि करते हुए युवती के कथन को स्वीकार किया ,और उन्होंने बताया कि युवती पर किसी अदृश्य शक्ति का साया है ।जिसके चलते हमारे परिवार की लड़की के साथ ऐसा हुआ है। परिजनों ने थाना प्रभारी व उनकी टीम को धन्यवाद करते हुए कहा कि अगर सैफनी पुलिस समय पर नहीं पहुचती तो आज अनर्थ हो जाता। स्वयं युवती और परिजनों ने थाना प्रभारी को लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि वे इस कार्य के लिए किसी को उत्तरदायी नही मानते और किसी भी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही चाहते हैं।

जंगल में बेसुध पड़ी युवती के लिए संजीवनी बने थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोलंकी
युवती के होश में आने की प्रतीक्षा करते हुए थाना प्रभारी धर्मेन्द्र सोलंकी

थाना प्रभारी की अपने कर्तव्य के प्रति और मानवता के प्रति तत्परता को देखते हुए क्षेत्र में हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। वास्तव में धर्मेन्द्र सोलंकी उस युवती के लिए हनुमान से कम साबित नही हुए जो संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण की मूर्च्छा खत्म की। सलाम है ऐसे जांबाज़ अधिकारी को और सलाम है उनके ज़ज़्बे को।।

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