
सब के हाथ में तिरंगा रहेगा और झण्डा फहरायेंगे तभी सर्टिफिकेट मिलेगा कौन यहां का है कौन अफगानिस्तान का:राकेश टिकैत
किसान हर क़ुर्बानी के लिए रहें तैयार।आंदोलन भी बड़ा है और सरकार भी:राकेश टिकैत
रामपुर(मुजाहिद खान): भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भाकियू कार्यालय भवन पहुँचे जहाँ जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के अलावा अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के साथ ही चौधरी राकेश टिकैत ने अपने सम्बोधन में किसानों से आंदोलन लंबा चलने की बात कह कर किसानों से हर कुर्बानी के लिए तैयार रहने की अपील की। कहा कि सरकार भी बढ़ी है और किसानों का आंदोलन भी बड़ा है। अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो गर्मियों में भी आंदोलन चलेगा।इसके लिए उन्होंने दस हजार कूलर बनाने का आर्डर भी दे दिया है।
कहा कि सरकार और किसानों के बीच 15 तारीख को होने वाली वार्ता भी फेल हो जाएगी।क्योंकि सरकार किसानों की बात मानने को तैयार नहीं है। इसलिए आंदोलन लंबा खिचेगा।आगे की तैयारी भी शुरू कर दी है।टिकैत बोले सरकार विपक्षियों द्वारा उकसाने का जो राग अलाप रही है वह गलत है।कौन विपक्ष और कौन पक्ष में है यह तय करना सरकार का काम है।अगर उनकी नजर में कोई विपक्षी है तो सरकार उसे जेल में डलवा दे।राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जिला अध्यक्ष हसीब अहमद को अगली तैयारी मुकम्मल करने को कहा।
इसके साथ ही मीडिया से बात करते हुए कहा झंडे की तैयारी रखो सब के हाथ में तिरंगा रहेगा किसान झण्डा फहरायेंगे तभी तो पता चलेगा सर्टिफिकेट मिलेगा कौन यहां का है कौन अफगानिस्तान का है पता नहीं कौन कौन से देश के नाम लेते हैं।बड़े उस्ताद हैं बीजेपी वाले।सरकार के किसान नहीं मानने पर कहा कि हम व्यापारी है तो बताओ दुकान कहाँ है,हम कुछ तो हैं वह बताएं हम व्यापारी हैं या कन्ज़्यूमर हैं तो हमें महंगा सामान क्यों मिल रहा है। अबकी सरकार से बात होगी तो ज़रूर करेंगे हम क्या है अगर हम कन्ज़्यूमर हैं तो हम इतना महंगा क्यों खरीद रहे हैं किसानों से 2 रुपए किलो और हमसे 20 रुपया किलो अंतर कहाँ जा रहा है हमें सरकार बताये हम हैं क्या यह इस बार पूछेंगे।
इसके बाद टिकैत लंबे काफिले के साथ दिल्ली आंदोलन में आत्महत्या करने वाले किसान बाबा कश्मीरा सिंह को श्रद्धांजलि देने बिलासपुर पहुंचे।उन्होंने नवाबगंज गुरुद्वारा में माथा टेका और बाबा कश्मीरा सिंह के परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान दौरान शहीद होने वाले किसानों के हर जनपद में होर्डिंग्स लगाए जाएंगे।
पंचायत में राहत अली खान,सुभाष शर्मा,खुशीराम यादव,इरशाद हुसैन,मुराद अली,विनोद यादव,होरीलाल,नल सिंह,वीरेंद्र सिंह,अमृतपाल भिंडर,राम अवतार,इरफान,अकरम,मोहम्मद तालिब,राशिद चौधरी,अजीत सिंह,सुंदर सिंह,लखविंदर सिंह,चौधरी अजीत सिंह खेमकरण,मनजीत सिंह अटवाल,गुरदीप सिंह अटवाल,सत्यपाल सिंह,सुखविंदर सिंह चीमा,राजपाल सिंह,दिनेश यादव,मेवाराम,रामदास मौर्य,बुंदू खान,अनवर अली,मंसूर अहमद,रामपाल सिंह आदि किसान शामिल रहे।