मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजन

मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजनसंवाददाता-सय्यद आरिफ मियां

मुरादाबाद। आज़ादी के जज़्बे और वतन से मोहब्बत के जज़्बात को ताज़ा करने के मक़सद से शुक्रवार को जामा मस्जिद हमसफर शादी हॉल में जमीयत उलमा-ए-हिंद, शहर मुरादाबाद की ओर से यौम-ए-आज़ादी का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन में शहर के नामी उलेमा, विभिन्न मस्जिदों के इमाम, समाजसेवी और प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजन

शहर इमाम सैयद मासूम अली आज़ाद साहब के अनुपस्थित रहने पर शहर-ए-नायब इमाम सैयद मुफ्ती फहद अली साहब ने सरपरस्ती का दायित्व संभाला, जबकि सदारत हज़रत मौलाना हिफज़ुर रहमान क़ासमी साहब ने फरमाई। पूरे कार्यक्रम की देखरेख मुफ्ती अब्दुल जलील साहब ने बख़ूबी अंजाम दी।

मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजन

इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं लीगल एडवाइज़र जमीयत उलमा-ए-हिंद उत्तर प्रदेश हज़रत मौलाना क़ाब रशीदी साहब, मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह तथा थाना मुगलपुरा के एसएचओ श्री शैलेंद्र जी बतौर विशेष अतिथि मौजूद रहे। उनकी मौजूदगी ने कार्यक्रम की शान में और इज़ाफ़ा किया।

मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजन

कार्यक्रम में जामा मस्जिद के इमाम क़ारी इब्राहिम साहब, अरबाब मस्जिद के इमाम मुफ्ती अफ़ज़ल इदरीस साहब, मस्जिद अहमदी ज़ोहरा के इमाम क़ारी उमर साहब, मुस्लिमा मस्जिद के इमाम क़ारी इक़रार साहब, बड़ी मस्जिद के इमाम मुफ्ती नोमान साहब समेत शहर के अन्य उलेमा और मुअज्ज़िज़ हस्तियां भी शरीक हुईं।

मुरादाबाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वावधान में यौम-ए-आज़ादी का भव्य आयोजन

जामा मस्जिद वारसी नगर से वासिद वसीम, समाजसेवी इलियाज़, काशिफ मुरादाबादी तथा जमीयत उलमा-ए-हिंद की पूरी टीम ने आयोजन की तैयारी से लेकर संचालन तक में सक्रिय भागीदारी निभाई और कार्यक्रम को यादगार बनाने में अहम भूमिका अदा की।

कार्यक्रम के अंत में आयोजक हाजी वसीम ने सभी मेहमानों, उलेमा, समाजसेवियों और प्रशासनिक अधिकारियों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि यौम-ए-आज़ादी हमें देश की आज़ादी के लिए दी गई बेशकीमती कुर्बानियों की याद दिलाता है और हमें एकता, भाईचारे व अमन-सलामती के साथ देश की तरक्की में अपना योगदान देना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here