रामपुर (जदीद न्यूज़) l रामपुर में कोसी एवं रामगंगा नदियों में पानी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए तट पर बसे हुए गांवो में लोगों को सतर्क कर दिया गया है साथ ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों से जुड़ी प्रत्येक गतिविधि पर निगरानी के लिए जनपद स्तर के साथ ही तहसीलों में भी कंट्रोल रूम बनाये गए हैं ताकि अचानक बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए त्वरित रूप से जानकारी का आदान-प्रदान हो सके तथा लोगों को राहत पहुंचाई जा सके।अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम भरत तिवारी ने बताया कि बाढ़ चौकियों के महत्व को देखते हुए जनपद में 36 बाढ़ चौकियां स्थापित हैं जिन्हें सक्रिय बनाये जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड से कोसी नदी में छोड़े जाने वाले पानी के कारण भविष्य में संभावित समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित उपजिलाधिकारी एवं नहर विभाग के अधिकारी नियमित रूप से भ्रमण कर रहे हैं तथा संवेदनशील क्षेत्रों में बचाव संबंधी जरूरी सुविधाएं भी मुहैया करा रहे हैं।
बाढ़ संभावित ग्रामों के प्रधानों से भी लगातार संपर्क स्थापित किया जा रहा है ताकि किसी भी समय बाढ़ की स्थिति में स्थानीय लोगों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में कोई कमी न रहे।एडीएम ने कहा कि बाढ़ आपदा के दौरान स्थानीय लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है यदि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है तो उससे निपटने के लिए शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सभी जरूरी तैयारियां कर ली गयी हैं।
आम जन से भी अपेक्षा है कि वे बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नदी क्षेत्रों में प्रवेश न करें और लोगों को भी प्रवेश करने से मना करें ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।