सैफनी/रामपुर (जदीद न्यूज़)-: सामान्य जन जीवन को अस्त व्यस्त करने के लिए कोरोना की मार ही काफी थी ।

उस पर प्रकृति की मार से किसान बेहाल होने लगा है बारिश के कारण नदियाँ अपने उफान पर हैं और किसान इस उफान को देखकर बेहद परेशान है।

क्योंकि इस वक़्त धान की फसल खेतों में लहला रही है जिस फसल को देखकर किसान खुश था अब नदियों के उफान के कारण चिंतित है ।

ज्ञात है कि सैफनी क्षेत्र के ग्राम जटपुरा, बैरुआ, ललवारा, हिद्दन खान का मझरा, मझरा घाट, सद्दीक नगर, छितौनी, चकफेरी आदि गांवों का कृषि क्षेत्र रामगंगा-गागन नदी के किनारे है

जिनमें गन्ने व् अधिक मात्रा में धान की फसल लगी है परन्तु विगत दिनों से नदी का जलस्तर बढने से उक्त फसल डूब गयी और फसल बर्बाद होने के कगार पर है ।
जबकि कुछ किसानो की फसल तो डूब कर बर्बाद हो चुकी है ।ऐसे में इन किसानो को लॉक डाउन के कारण ठप्प पड़े सब काम धंधे में अपनी धान की फसल से कुछ उम्मीद थी ।
जो की नदी के पानी ने उनके सपनो पर पानी फेर दिया ,तथा अधिकतर गांवों के मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए हैं।

जिनपर ग्रामीणों का गुजरना दूभर हो गया है ।उनको आवागमन के लिए सडको पर भरे पानी से होकर जाना पड़ रहा है ।

बैरुआ निवासी किसान इकरार अपना दर्द बयां करते हुए कहते हैं कि हमारी और सरकार का कोई ध्यान नहीं है। किसानों का तो पहले से ही शोषण होता आया है। अब भी हो रहा है तो क्या है हम पैदा ही शोषण के लिए हुए हैं।
अभी तक हम लोगों को गन्ना भुगतान भी नहीं दिया गया उस पर कुदरत की मार ।

जिस् से हमारी फसल बर्बाद हो रही है लगता है कुदरत के लिए हम किसानो से ज्यादा बेबस कोई नहीं है ।
कहते कहते किसान की ऑंखें नम हो जाती हैं ,और नम आँखों से आगे अपनी दुखभरी दास्ताँ बताते हुए किसान कहता है, कि जानवरों को चारा लाने के लिए रपटा पुल से होकर जाते थे ।लेकिन नदी के उफान की वजह से वो रपटा पुल भी टूट गया। जिस से हम लोग जान जोखिम में डालकर पानी में तैर कर जानवरों के लिए चारा ला रहे हैं ।

सरकार की तरफ से अभी कोई मदद की घोषणा नहीं की गयी है। सरकार किसी की भी हो किसान से ज्यादा सस्ता वोटर किसी सरकार के लिए नहीं हो सकता।

शुगर मिलें किसानों के गन्ना भुगतान को लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं है जबकि मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की समस्त गन्ना मिलों को तत्काल गन्ना भुगतान के आदेश दे रखे हैं लेकिन इन मिल मालिकों को कोई फर्क नहीं पड़ता।

मिल मालिकों ने अभी तक किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं किया। ऐसे हालात रहे तो किसान भूखे मरने लगेंगे ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here