23 नवंबर से स्कूल और कॉलेज खुलने के शासनादेश के बाद कॉलेजों में तैयारियां शुरू
23 नवंबर से स्कूल और कॉलेज खुलने के शासनादेश के बाद कॉलेजों में तैयारियां शुरू

लम्बे समय बाद कक्षाओं में पढ़ाई शुरू होने को लेकर छात्र-छात्राओं में भी उत्साह।

रामपुर(मुजाहिद खान): कोविड-19 महामारी संक्रमण के कारण लंबे समय से बंद चल रहे शिक्षण संस्थानों को सरकार ने 23 नवंबर से नियमानुसार खोलने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसको लेकर सभी शिक्षण संस्थानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। रामपुर में भी राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भी छात्रों की पढ़ाई को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है।वहीं लम्बे समय बाद कोरोना काल में घरों में बन्द छात्र छात्राओं में भी स्कूल कॉलेजों में नियमानुसार कक्षाएं लगने और उसमें प्रवेश मिलने पर उत्साह है।

23 नवम्बर से लगने वाली कक्षाओं को लेकर रज़ा कॉलेज के प्राचार्य डॉ0 पी0 के0 वार्ष्णेय ने कहा कि शासनादेश के अनुपालन में 1 सितंबर से महाविद्यालय तो खुल रहा है लेकिन छात्रों की कक्षाएं नहीं चल रही थी और जो चल रही थी वह ऑनलाइन चल रही थी। अब अपर शिक्षा निदेशक मोनिका सहगल गर्ग का 23 नवंबर से कक्षाएं चालू करने का आदेश जारी हुआ है और दिशा निर्देश भी जारी किए हैं इसके अनुसार ही 23 नवंबर से जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क,थर्मल स्कैनिंग का अनुपालन करते हुए ही प्रवेश माना जाएगा जोकि पहले से चल रहा है।

छात्र-छात्राएं इस समय भी अपने प्रवेश फॉर्म,स्कॉलरशिप फॉर्म जमा करने आ रहे हैं उन सभी में पूर्ण रूप से दिशानिर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है।जबकि 22 सौ के करीब प्रीवियस के एडमिशन हो चुके हैं उनके ऑनलाइन क्लासेस चल रहे हैं। लेकिन अब शासनादेश जारी होने पर फिज़िकल रूटीन बन गया है रोटेशन के हिसाब से जो बच्चे आयेंगे उनको को पूर्ण रूप से व्यवस्थित तरीके से सैनिटाइज कर क्लास में बैठाया जाएगा सब लोग सुरक्षित रहें।

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हालांकि 80 बच्चों की कक्षाओं में बैठने की क्षमता है लेकिन 50 परसेंट का आदेश हुआ है उसके हिसाब से 40 बच्चों को ही बैठने की अनुमति दी जाएगी उनमें रोटेशन से बैठाया जाएगा कि उनमें से जो बच्चे ऑनलाइन रहे एक सब्जेक्ट दूसरे सब्जेक्ट के ऑफलाइन रहें के बाकी कक्षाओं में इस तरीके से रोटेशन घुमाया जाएगा।

इसके अलावा अभिभावकों से सहमति के बाद ही बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा यह दिशा निर्देश है जब परिवार वाले जब बच्चों को भेजना पसंद करेंगे तभी कॉलेज में कक्षाओं का लगना संभव है और हम कोशिश करेंगे कि सरकार और महाविद्यालय छात्रों के भविष्य के साथ है।साथ ही कदम आगे बढ़ाएं और इस समस्या के साथ हमें जीना है तौर तरीका अपनाना है सुरक्षित रहना है और मानवता को बचाना है।

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